दीर अल-बलाह (गाजा पट्टी), 13 जुलाई (एपी)
गाजा पट्टी में रविवार को हुए इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 32 लोग मारे गए, जिनमें छह बच्चे भी शामिल हैं। यह हमले ऐसे समय में हुए हैं जब युद्धविराम के लिए मध्यस्थता प्रयास जारी हैं। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इजरायल और हमास के बीच 21 महीनों से जारी संघर्ष में अब तक 58,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। युद्धविराम और कुछ इजरायली बंधकों की रिहाई को लेकर चल रही बातचीत में अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिल सकी है।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के प्रतिनिधियों से वाशिंगटन में मुलाकात कर रहे थे। हालांकि, इस बीच युद्धविराम के दौरान इजरायली सैनिकों की तैनाती को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है, जिससे संभावित समझौते की राह मुश्किल होती दिख रही है।
इजरायल का कहना है कि वह तब तक युद्ध नहीं रोकेगा, जब तक हमास आत्मसमर्पण, हथियारों का त्याग और निर्वासन को स्वीकार नहीं करता। दूसरी ओर, हमास का कहना है कि वह इजरायली सेना की पूरी वापसी और युद्ध समाप्ति के बदले बचे हुए 50 बंधकों को छोड़ने को तैयार है। बताया जा रहा है कि इनमें से आधे से भी कम बंधक जीवित हैं।
हमलों का विवरण
गाजा के मध्य क्षेत्र में स्थित अल-अवदा अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि नुसेरात इलाके में एक जल संग्रहण केंद्र पर हुए हमले में 10 शव मिले, जिनमें 6 बच्चे शामिल हैं।
प्रत्यक्षदर्शी रमज़ान नासिर के अनुसार, हमला उस समय हुआ जब करीब 20 बच्चे और 14 वयस्क पानी भरने के लिए कतार में खड़े थे। कई लोग मौके पर ही गिर पड़े और कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए। नासिर ने बताया कि लोग पीने का पानी लाने के लिए दो किलोमीटर तक पैदल चलते हैं।
इजरायली सेना का कहना है कि उसका लक्ष्य एक "आतंकी ठिकाना" था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण गोला-बारूद अपने लक्ष्य से कुछ मीटर दूर गिर गया। इस घटना की जांच की जा रही है।
रविवार दोपहर, मध्य गाजा शहर में सड़क पर चलते लोगों पर एक अन्य हमले में 11 लोग मारे गए और 30 घायल हो गए। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मृतकों में प्रसिद्ध सर्जन डॉ. अहमद कंदील भी शामिल हैं, जो हमले के समय अस्पताल जा रहे थे।
इसी दिन, अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अनुसार, जावैदा शहर में एक घर पर इजरायली हमले में दो महिलाओं और तीन बच्चों सहित 9 लोगों की जान चली गई। बाद में अल-अवदा अस्पताल ने जानकारी दी कि उसी क्षेत्र में एक समूह पर हमले में दो और लोगों की मौत हुई।
इजरायली पक्ष का बयान
इजरायली सेना ने कहा कि उसे जावैदा में मकान पर हमले की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन पिछले 24 घंटों में 150 से ज्यादा ठिकानों पर कार्रवाई की गई, जिनमें हथियारों के गोदाम, मिसाइल लॉन्चर और स्नाइपर अड्डे शामिल हैं।
इजराइल का कहना है कि हमास आम नागरिक इलाकों से अपने हमले संचालित करता है, इसलिए नागरिकों की मौत के लिए वह खुद जिम्मेदार है।
पश्चिमी तट पर भी हिंसा जारी
गाजा के साथ-साथ इजरायली कब्जे वाले पश्चिमी तट में भी हिंसा तेज हो गई है। रविवार को दो फलस्तीनियों का अंतिम संस्कार किया गया, जिनमें फलस्तीनी-अमेरिकी सैफुल्लाह मुसलेट शामिल थे। मुसलेट की मौत एक इजरायली हमले में हुई थी।
पृष्ठभूमि
यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को तब शुरू हुआ था जब हमास ने इजरायल पर अचानक हमला किया, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए और 251 लोगों का अपहरण कर लिया गया था।
अब तक की घटनाओं से स्पष्ट है कि इस संघर्ष का अंत फिलहाल दिखाई नहीं दे रहा, और आम नागरिकों की जान लगातार खतरे में है।