वॉशिंगटन
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें ईरान से बातचीत करने की कोई जल्दी नहीं है, क्योंकि अमेरिका ने ईरान की परमाणु सुविधाओं को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
वॉशिंगटन में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि छोटे देशों को जल्द ही टैरिफ नोटिस (शुल्क पत्र) भेजे जाएंगे।ट्रंप ने जानकारी दी कि यूक्रेन को हथियार भेजे जा चुके हैं और उन्होंने दावा किया कि नाटो (NATO) को अब हर सहायता का भुगतान अमेरिका को करना होगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर बात करते हुए ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यह युद्ध बाइडन की "कमज़ोर नीतियों" के कारण शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शांति की बात तो करते हैं, लेकिन उनके दावे विश्वसनीय नहीं हैं।
उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि उनके प्रयासों से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोका गया।इससे पहले ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी थी कि यदि रूस और यूक्रेन के बीच 50 दिनों के भीतर कोई शांति समझौता नहीं होता है, तो अमेरिका उन सभी देशों पर 100 प्रतिशत "द्वितीयक शुल्क" (secondary tariffs) लगाएगा जो रूस के साथ व्यापार करते हैं।
यानी, यदि कोई देश रूस से व्यापार करता है और अपनी वस्तुएँ अमेरिका को निर्यात करना चाहता है, तो उसे 100% आयात शुल्क चुकाना होगा।