सुक्कुर. जैकबाबाद में फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) वाहन पर बंदूक और बम हमले में दो पुलिसकर्मियों सहित एक व्यक्ति की मौत हो गई और आठ घायल हो गए. इस हमले को जैकबाबाद में मौलादाद समपार पर एक अकेले आतंकवादी ने अंजाम दिया.
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार हमलावर को लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया. सदर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने कहा कि हमलावर, जिसे बाद में मोहम्मद उस्मान के रूप में पहचाना गया, लक्ष्य से चूक गया, क्योंकि एफसी वाहन तेज गति से आगे बढ़ रहा था. उन्होंने बताया कि वाहन पर सवार किसी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
पुलिस ने कहा कि संदिग्ध मोहम्मद उस्मान को पास के गढ़ी सबायो गांव के निवासियों ने उस समय पकड़ लिया, जब वह गोलीबारी और विस्फोट के डर और दहशत के बीच घटनास्थल से भागने की कोशिश कर रहा था. उन्होंने कहा कि वह बलूचिस्तान का रहने वाला बताया जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने उसे पुलिस के हवाले करने से पहले उसकी जमकर पिटाई की.’’
उन्होंने कहा कि संदिग्ध ने पहले एफसी वाहन पर गोलियां चलाईं और फिर उस पर हथगोला फेंका. हालांकि, वह लक्ष्य से चूक गया.
हमले में घायल हुए सभी लोगों को इलाज के लिए जैकबाबाद आयुर्विज्ञान संस्थान (जेआईएमएस) ले जाया गया.
बलूचिस्तान लंबे समय से पाकिस्तान से स्वतंत्रता की मांग कर रहा है और अरबों डॉलर की चीन द्वारा शुरू की गई वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) परियोजना ने जुनून को और भड़का दिया है. बलूच, जो ओबीओआर के हिस्से के रूप में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का विरोध कर रहे हैं, पाकिस्तानी सेना द्वारा उत्पीड़न और नरसंहार का सामना कर रहे हैं.
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और गुप्त एजेंसियों द्वारा बलूच राजनीतिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों और छात्रों की जबरन गायब होने और हत्याओं की बेशुमार घटनाएं हैं.
बड़ी संख्या में बलूच युवा और राजनीतिक कार्यकर्ता अपनी जान बचाने के लिए विदेश चले गए हैं. वे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी चिंताएं जाहिर करते रहे हैं, लेकिन उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही है.