इस्लामाबाद।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा समेत कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 400 लोगों की मौत हो चुकी है।
फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, पाकिस्तान के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और मौसम विभाग ने अगले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है।
एनडीएमए ने कहा कि सिर्फ खैबर पख्तूनख्वा में 356 मौतें हुईं, जबकि अन्य इलाकों में हुई घटनाओं को जोड़ने पर संख्या 400 तक पहुँच गई है।
मंगलवार शाम से पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में इंटरनेट सेवाएँ प्रभावित हैं।
निगरानी संस्था नेटब्लॉक्स ने पुष्टि की है कि पीटीसीएल की सेवाएँ सबसे ज्यादा प्रभावित हुईं, जिससे देश में इंटरनेट एक्सेस में 20% तक की कमी आई है।
फेडरल आईटी मंत्री शिज़ा फ़ातिमा ख़्वाजा ने कहा कि तकनीकी खराबी की पहचान की जा रही है और नागरिकों को जल्द सूचित किया जाएगा।
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एनडीएमए ने अगले 12 से 24 घंटों में कई इलाकों में भीषण बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की आशंका जताई है।
बलूचिस्तान: क्वेटा, झोब, ज़ियारत, किला सैफुल्लाह, लोरालई, मस्तुंग, नुश्की, बारखान।
पंजाब: रावलपिंडी, मरी, झेलम, चकवाल, अटक, मंडी बहाउद्दीन, गुझरांवाला, लाहौर, सियालकोट, फैसलाबाद, मुल्तान, बहावलपुर, रहिमयार खान आदि।
गिलगित-बाल्टिस्तान, आज़ाद कश्मीर और खैबर पख्तूनख्वा (चित्राल, देर, कोहिस्तान, बाजौर, मोहम्मद) में भूस्खलन और ज़मीनी कटाव का खतरा है।
एनडीएमए ने प्रांतीय और ज़िला प्रशासन, रेस्क्यू एजेंसियों व कानून-व्यवस्था बलों को हाई अलर्ट रहने और तत्काल प्रतिक्रिया के लिए निर्देश दिए हैं।
बारिश से कराची के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं।
8 लोगों की मौत की पुष्टि।
सबसे अधिक प्रभावित इलाके: लीyari, खारादर, मीत्थादर, रांची लाइन, गार्डन, बर्न्स रोड।
नॉर्थ कराची, नॉर्थ नाज़िमाबाद, बफ़रज़ोन, शादमान समेत कई क्षेत्रों में सड़कें जलमग्न।
सिंध सरकार ने घोषणा की है कि बुधवार को सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे।
मेयर कराची मुरतज़ा वहाब ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने की अपील की।
पीटीए ने कहा है कि मोबाइल ऑपरेटर कंपनियों के सहयोग से बाढ़ प्रभावित इलाकों में उपभोक्ताओं को मुफ्त ऑन-नेट कॉल्स उपलब्ध कराई जा रही हैं।
अब तक 72% टेलीकॉम साइट्स बहाल हो चुकी हैं और सेवाओं की लगातार निगरानी की जा रही है।