ब्यूनस आयर्स
अर्जेंटीना के अभियोजकों ने एक फरार नाजी अधिकारी की बेटी पर 18वीं सदी की एक चोरी की गई पेंटिंग को छिपाने का आरोप लगाया है। यह पेंटिंग द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एक यहूदी कला व्यापारी से लूटी गई थी।
गुरुवार को संघीय अभियोजक ने ‘कवर-अप’ यानी चोरी छिपाने का आरोप सार्वजनिक किया। इससे एक दिन पहले पैट्रीशिया काडगिएन, नाजी अधिकारी फ्रेडरिक काडगिएन की बेटी, ने इटली के कलाकार ग्यूसेप्पे गिसलांदी की कृति ‘पोर्ट्रेट ऑफ अ लेडी’ अर्जेंटीनी अदालत को सौंपी थी। यह वही कलाकृति है, जो लगभग आठ दशक पहले लूटी गई थी।
अब इस पेंटिंग का भविष्य अदालत के फैसले पर निर्भर है।
डच-यहूदी कला संग्राहक जैक्स गौडस्टिकर के उत्तराधिकारियों ने इस पेंटिंग पर कानूनी दावा किया है। गौडस्टिकर के वकीलों ने बताया कि यह कलाकृति उन्हीं की है। गौडस्टिकर 1940 में जर्मन कब्जे से बचने के लिए भागते समय जहाज़ दुर्घटना में मारे गए थे। उनकी गैलरी में रेम्ब्रांट और वर्मीर जैसे कलाकारों की उत्कृष्ट पेंटिंग्स थीं, जिन्हें दबाव में बेहद कम दामों पर बेचने पर मजबूर किया गया। अनुमान है कि उनकी कम से कम 1,100 कलाकृतियाँ अब भी लापता हैं।
अदालत ने निर्देश दिया है कि फिलहाल इस पेंटिंग को ब्यूनस आयर्स के होलोकॉस्ट म्यूज़ियम में प्रदर्शित किया जाए। उसके बाद ही विदेश भेजने पर विचार किया जाएगा।
59 वर्षीय पैट्रीशिया काडगिएन और उनके 62 वर्षीय पति जुआन कार्लोस कोर्तेगोसों को पुलिस ने पिछले सप्ताह उनके घर पर छापा मारने के बाद गृह नज़रबंदी में रखा था। यह लगातार दूसरा छापा था, लेकिन तब पुलिस पेंटिंग नहीं ढूंढ पाई।
बाद में अदालत में पेशी के दौरान अभियोजक कार्लोस मार्तिनेज़ ने कहा कि काडगिएन दंपति ने कई दिनों तक पेंटिंग छिपाकर न्यायिक प्रक्रिया में बाधा डाली। हालांकि सुनवाई के बाद उन्हें घर से बाहर निकलने की अनुमति दी गई, लेकिन विदेश यात्रा पर रोक लगा दी गई और अदालत को हर बार अपने पते से बाहर जाने की सूचना देने का आदेश दिया गया।
पिछले महीने ऑनलाइन रियल एस्टेट विज्ञापन में काडगिएन के लिविंग रूम की तस्वीर सामने आई। एक हरे मखमली सोफे के ऊपर वही पेंटिंग टंगी दिखाई दी। डच पत्रकारों ने इसे पहचान लिया और अख़बार Algemeen Dagblad ने 25 अगस्त को खुलासा किया। इसके बाद यह मामला अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में आ गया।
अर्जेंटीनी पुलिस ने इंटरपोल की चेतावनी पर काडगिएन बहनों के घरों पर छापे मारे। वहाँ से 19वीं सदी की कई संदिग्ध पेंटिंग्स और हथियार बरामद हुए, लेकिन ‘पोर्ट्रेट ऑफ अ लेडी’ गायब थी। दीवार पर बस खरोंच और एक टेपेस्ट्री मिली, जहाँ तस्वीर टंगी थी।
काडगिएन के वकील ने अदालत में याचिका दायर कर पेंटिंग की नीलामी की इजाज़त मांगी थी, लेकिन अदालत ने इसे खारिज कर दिया। अदालत का कहना था कि कलाकृति की उत्पत्ति को देखते हुए यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता।
अभियोजक मार्तिनेज़ ने बताया कि एफबीआई ने उन्हें सूचित किया है कि जैक्स गौडस्टिकर की उत्तराधिकारी मारेई वॉन साहेर ने न्यूयॉर्क कार्यालय में पेंटिंग पर अपना दावा पेश किया है।एफबीआई ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।