अंकारा,
लीबिया के प्रधानमंत्री अब्दुल-हमीद डबेइबा ने मंगलवार शाम तुर्किये में हुए एक विमान हादसे में देश के शीर्ष सैन्य अधिकारी जनरल मोहम्मद अली अहमद अल-हद्दाद की मौत की पुष्टि की है। इस हादसे में कुल पांच लोगों की जान चली गई, जिनमें अल-हद्दाद सहित चार अन्य अधिकारी शामिल थे।
प्रधानमंत्री डबेइबा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर जारी बयान में इस घटना को “एक दुखद दुर्घटना” बताया। उन्होंने कहा कि लीबियाई प्रतिनिधिमंडल अंकारा की आधिकारिक यात्रा पूरी कर त्रिपोली लौट रहा था, तभी यह हादसा हुआ। डबेइबा ने इसे लीबिया के लिए “एक बड़ी क्षति” करार दिया।
लीबियाई अधिकारियों के अनुसार, उड़ान भरने के करीब आधे घंटे बाद विमान से संपर्क पूरी तरह टूट गया। शुरुआती जानकारी में तकनीकी खराबी को हादसे की संभावित वजह बताया गया है।तुर्किये के गृह मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि फाल्कन-50 श्रेणी का यह बिजनेस जेट अंकारा के एसेनबोगा हवाई अड्डे से रात 8:10 बजे त्रिपोली के लिए रवाना हुआ था। स्थानीय समयानुसार रात 8:52 बजे विमान से संपर्क टूट गया। विमान ने अंकारा से करीब 74 किलोमीटर दक्षिण स्थित हायमाना क्षेत्र के पास आपातकालीन लैंडिंग का संकेत भेजा था, जिसके बाद सभी संचार बंद हो गए।
स्थानीय टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित सुरक्षा कैमरों के फुटेज में हायमाना के आसमान में अचानक तेज़ रोशनी और विस्फोट जैसी स्थिति देखी गई।जनरल अल-हद्दाद पश्चिमी लीबिया के शीर्ष सैन्य कमांडर थे और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में चल रहे लीबिया की बिखरी हुई सेना को एकजुट करने के प्रयासों में उनकी अहम भूमिका रही थी।
उनकी तुर्किये यात्रा के दौरान उन्होंने रक्षा मंत्री यासर गुलर सहित कई वरिष्ठ तुर्की अधिकारियों से मुलाकात की थी। हादसे के बाद अंकारा हवाई अड्डे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया और कई उड़ानों को अन्य स्थानों पर डायवर्ट किया गया।गौरतलब है कि तुर्किये के लीबिया की संयुक्त राष्ट्र समर्थित त्रिपोली सरकार के साथ घनिष्ठ राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य संबंध हैं।






.png)