आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
इजराइली सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा शहर पर कब्जा करने की योजना को मंजूरी दे दी है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने यह जानकारी दी.
हमास ने सात अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमला किया था जिसमें करीब 1,200 लोगों की हत्या की गई थी और कई लोगों को बंधक बनाया गया था। इसके जवाब में इजराइल का सैन्य अभियान 22 महीने से जारी है.
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बृहस्पतिवार को कहा कि हमास को समाप्त करने के लिए इजराइल गाजा पट्टी का पूर्ण नियंत्रण अपने हाथ में लेने और इसके प्रशासन को अंततः मित्र अरब बलों को हस्तांतरित करने का इरादा रखता है.
सुरक्षा कैबिनेट ने अपने 22 महीने के आक्रामक अभियान को व्यापक बनाने पर चर्चा की.
इजराइली मीडिया के अनुसार, सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पर नियंत्रण के निर्णय को मंजूरी दे दी और यह बैठक बृहस्पतिवार शाम को शुरू होकर रात तक चली.
गाजा में सैन्य अभियानों का विस्तार करने से अनगिनत फलस्तीनियों और लगभग 20 इजराइली बंधकों की जान जोखिम में पड़ जाएगी. साथ ही इजराइल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी अलग-थलग पड़ सकता है. गाजा के लगभग तीन-चौथाई हिस्से पर इजराइल का पहले से ही नियंत्रण है.
गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों को डर है कि अगर तनाव बढ़ा तो उनके प्रियजनों की जान जा सकती है और कुछ ने यरुशलम में सुरक्षा कैबिनेट के बैठक स्थल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
सुरक्षा कैबिनेट की बैठक से पहले ‘फॉक्स न्यूज’ के साथ एक साक्षात्कार में जब नेतन्याहू से पूछा गया कि क्या इजराइल ‘‘पूरे गाजा पर नियंत्रण कर लेगा’’ तो उन्होंने जवाब दिया था, ‘‘हमारी मंशा अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वहां से हमास को हटाना और लोगों को गाजा से मुक्त कराना है.
नेतन्याहू ने साक्षात्कार में कहा था, ‘‘हम इसे अपने पास नहीं रखना चाहते। हम एक सुरक्षा घेरा चाहते हैं. हम इसे अरब बलों को सौंपना चाहते हैं जो हमें बिना किसी खतरे के इसका उचित तरीके के संचालन करें और गाजावासियों को एक अच्छी ज़िंदगी दें.’’