वॉशिंगटन
इज़राइल ने स्पष्ट कर दिया है कि गाजा पट्टी में अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल के तहत तुर्की के सैनिकों को तैनात नहीं किया जाएगा। इस कदम पर इज़राइल ने कड़ी आपत्ति जताई है। यह जानकारी बुधवार (22 अक्टूबर) को इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने दी।
इसके पहले ऐसी खबरें आई थीं कि गाजा में तुर्की सैनिकों की तैनाती को लेकर इज़राइल और मिस्र के बीच मतभेद मौजूद है। इस विवाद को लेकर नेतन्याहू ने इन दावों का खंडन किया है।
मिस्र के प्रभावशाली खुफिया प्रमुख हसन रशद और नेतन्याहू के बीच हाल ही में हुई बैठक में यह विवाद उभरा कि गाजा में तुर्की सैनिकों की तैनाती को लेकर असहमति है।
नेतन्याहू के कार्यालय ने टाइम्स ऑफ इज़राइल को बताया, “प्रधानमंत्री का मिस्र के खुफिया प्रमुख के साथ कोई विवाद नहीं है। गाजा में तुर्की की कोई भागीदारी नहीं होगी।”
इसके अलावा, नेतन्याहू ने मिस्र और जॉर्डन द्वारा प्रशिक्षित सुरक्षा बलों को भी गाजा में तैनात करने पर रोक लगा दी है।
प्रधानमंत्री ने युद्ध विराम के दूसरे चरण से पहले हमास को पूरी तरह निरस्त्र करने और गाजा से उसका नियंत्रण हटाने का आह्वान भी किया है। उन्होंने यह भी कहा कि हमास के निरस्त्रीकरण के बाद गाजा में स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों की तैनाती पर चर्चा होनी चाहिए।
(स्रोत: टाइम्स ऑफ इज़राइल)