राफा पर हमले से पहले इजरायल ने बंधक समझौते को 'आखिरी मौका' दिया

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 27-04-2024
 Rafah camps
Rafah camps

 

तेल अवीव. इजरायल गाजा युद्ध में युद्धविराम और बंधक समझौते को हासिल करने के लेटेस्ट प्रयासों को राफा शहर पर योजनाबद्ध हमले से पहले आखिरी मौके के रूप में देखता है. एक वरिष्ठ इजरायली अधिकारी के अनुसार, शुक्रवार को तेल अवीव में मिस्र और इजरायली प्रतिनिधियों के बीच बातचीत 'बहुत अच्छी' और केंद्रित थी. जाहिर तौर पर मिस्रवासी किसी समझौते पर पहुंचने के लिए फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास पर दबाव बनाने के लिए तैयार थे.

टाइम्स ऑफ इजरायल ने शुक्रवार देर शाम रिपोर्टों के हवाले से कहा कि बातचीत के सभी क्षेत्रों में प्रगति हुई है. इजरायली अधिकारी के हवाले से कहा गया कि इजरायल, राफा में योजनाबद्ध सैन्य हमले को रोकने के लिए हमास को विशेष रूप से गाजा पट्टी में उसके नेता याह्या अल-सिनवार को बंधक समझौते में देरी करने की अनुमति नहीं देगा.

याह्या अल-सिनवार को 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हुए नरसंहार का मास्टरमाइंड माना जाता है, जिसमें लगभग 1,200 इजरायली सैनिक और नागरिक मारे गए थे. जबकि 200 से ज्यादा लोगों को गाजा में अपहरण कर लिया गया था. इजरायली सेना का मानना है कि अल-सिनवार राफा के नीचे सुरंगों में छिपा हुआ है.

टाइम्स ऑफ इजरायल ने अज्ञात (अनाम) इजरायली सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा कि राफा जाने से पहले यह आखिरी मौका है. यह या तो भविष्य का समझौता है या राफा का."

इजरायल मिस्र की सीमा से लगे दक्षिणी गाजा के शहर में बची हुई हमास बटालियनों को भी नष्ट करना चाहता है. इजरायली मीडिया के मुताबिक, मिस्र राफा पर हमले को रोकने के लिए एक समझौते पर पहुंचना चाहता है. मिस्र को चिंता है कि बड़ी संख्या में फ़िलिस्तीनी सीमा पार कर सकते हैं.

गाजा पट्टी के बाकी हिस्सों में लड़ाई से दस लाख से अधिक नागरिक भाग गए हैं और उन्होंने राफा में शरण ली है. 

 

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