आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली/ तेहरान/यरुशलम/रियाद
ईरान ने शनिवार रात "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3" के तहत इज़राइल के भीतर एक और बड़े पैमाने पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया, जिससे तेल अवीव, हाइफ़ा, रेहोवोट और बैट याम सहित कई शहरों में तबाही मच गई. हमले में कम से कम एक महिला की मौत हो गई है, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं. दर्जनों नागरिकों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. कई लोग मानसिक तनाव की हालत में पाए गए हैं.
ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि यह जवाबी कार्रवाई इज़राइल द्वारा ईरान के सैन्य और परमाणु प्रतिष्ठानों पर किए गए "अभूतपूर्व हमले" के जवाब में की गई है, जिसमें तेहरान के अनुसार 78 नागरिक और अधिकारी मारे गए थे.
हाइफ़ा की तेल रिफाइनरी पर हमला सफल बताया गया है, जबकि बैट याम में एक इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. तेल अवीव में मिसाइलों के टुकड़ों से कई वाहन कुचल गए और एक शॉपिंग मॉल आंशिक रूप से ध्वस्त हो गया.
इज़राइली नागरिकों को रातभर बम शेल्टरों में रहना पड़ा. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में आसमान में मिसाइलों की चमक और विस्फोट की आवाजें स्पष्ट सुनाई देती हैं.
रमबाम मेडिकल सेंटर (हाइफ़ा) और इचिलोव मेडिकल सेंटर (तेल अवीव) ने पुष्टि की है कि दर्जनों घायलों को भर्ती किया गया है, जिनमें कई की हालत गंभीर है.
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से फोन पर बातचीत के दौरान सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इज़रायल द्वारा ईरान की संप्रभुता पर किए गए हमलों की निंदा की है. उन्होंने कहा कि ऐसे हमले न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन हैं, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और कूटनीतिक प्रयासों को भी कमजोर करते हैं.
सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, प्रिंस सलमान ने कहा कि इज़रायली कार्रवाईयों से परमाणु संकट को सुलझाने की प्रक्रिया को गंभीर क्षति पहुँची है. उन्होंने बल प्रयोग की जगह संवाद और शांतिपूर्ण समाधान पर ज़ोर दिया.
तेहरान के पश्चिमी इलाक़े में इज़राइली ड्रोन हमले में एक तेल डिपो में आग लग गई। ईरान के ऊर्जा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि दक्षिणी ईरान में भी एक फ्यूल टैंक पर हमला हुआ, हालांकि पूरी जानकारी साझा नहीं की गई. IRGC ने दावा किया है कि उन्होंने इज़रायली क्रूज मिसाइलों, 10 ड्रोन और दर्जनों क्वाडकॉप्टरों को मार गिराया.
सऊदी क्राउन प्रिंस ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन से भी बात की. तीनों नेताओं ने तनाव कम करने और कूटनीतिक माध्यमों से समाधान निकालने की आवश्यकता पर बल दिया.