वीजा रद्द होने के बाद भारतीय छात्रा ने अमेरिका छोड़ा, हमास समर्थन का आरोप
Indian student leaves US after visa revoked, accused of supporting Hamas
वाशिंगटन
कोलंबिया विश्वविद्यालय में शहरी नियोजन की डॉक्टरेट छात्रा और भारतीय नागरिक रंजनी श्रीनिवासन ने अमेरिका में अपना F-1 वीजा रद्द होने के बाद स्वेच्छा से देश छोड़ दिया. अमेरिकी अधिकारियों ने उन पर हिंसा और आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाया था.
अमेरिकी गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने शुक्रवार को बताया कि श्रीनिवासन ने सीबीपी होम ऐप का इस्तेमाल कर स्व-निर्वासन की प्रक्रिया पूरी की. अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (DHS) के अनुसार, 5 मार्च को अमेरिकी विदेश विभाग ने उनका वीजा रद्द कर दिया. आरोप है कि श्रीनिवासन कोलंबिया विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान हमास समर्थक गतिविधियों में शामिल थीं.
नोएम ने कहा, "अमेरिका में रहने और अध्ययन करने का वीजा एक विशेषाधिकार है. यदि कोई हिंसा और आतंकवाद की वकालत करता है, तो उसे इस देश में रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती." उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी इस कार्रवाई का समर्थन किया.
फिलिस्तीनी छात्रा पर भी कार्रवाई
इसी तरह, एक अन्य मामला लेका कोर्डिया नामक फिलिस्तीनी छात्रा का है, जिसे अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) ने गिरफ़्तार किया. कोर्डिया का छात्र वीज़ा 26 जनवरी 2022 को समाप्त हो चुका था. अप्रैल 2024 में उन्हें कोलंबिया विश्वविद्यालय में हमास समर्थक विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने पर गिरफ़्तार किया गया था.
अमेरिकी अधिकारियों की इन कार्रवाइयों से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि आतंकवाद या हिंसा के समर्थन से जुड़े मामलों में अमेरिका सख्त रुख अपना रहा है.