हिंद महासागर में सुरक्षा पर भारत–केन्या की नौसैनिक साझेदारी मज़बूत

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 29-09-2025
India-Kenya naval partnership strengthens on security in the Indian Ocean
India-Kenya naval partnership strengthens on security in the Indian Ocean

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
केन्या नौसेना के कमांडर मेजर जनरल पॉल ओवुओर ओतिएनो भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। सोमवार को नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक लॉन में भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान कर स्वागत किया.
 
इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच नौसैनिक सहयोग, संयुक्त अभ्यास, प्रशिक्षण और हाइड्रोग्राफिक जुड़ाव को बढ़ाने पर चर्चा हुई। खासतौर पर बहुपक्षीय ‘अफ्रीका–इंडिया की मैरीटाइम एंगेजमेंट (AIKEYME)’ अभ्यास के संचालन पर विचार-विमर्श हुआ। यह यात्रा हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में दोनों देशों के मज़बूत समुद्री रिश्तों को और गहरा करेगी.
 
मेजर जनरल ओतिएनो ने सोमवार को थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से भी मुलाक़ात की और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और आगे बढ़ाने पर चर्चा की। भारतीय थल सेना ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया कि दोनों देशों के नेताओं ने हिंद महासागर क्षेत्र की मौजूदा भू–रणनीतिक स्थिति, क्षेत्रीय सुरक्षा को मज़बूत करने और शांति व स्थिरता के साझा संकल्प पर विचार किया.
 
केन्या नौसेना कमांडर ने अपने दौरे की शुरुआत राष्ट्रीय राजधानी में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ की और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका यह आधिकारिक दौरा 28 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलेगा.।
 
केन्या के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, मेजर जनरल ओतिएनो केन्या नौसेना के 14वें कमांडर हैं। उनका करियर तीन दशक से अधिक लंबा है, जिसमें उन्होंने सैन्य अभियानों, शांति मिशनों और रणनीतिक विकास में अहम योगदान दिया है.
 
भारत और केन्या, दोनों समुद्री पड़ोसी देश हैं। बीते वर्षों में दोनों के बीच उच्च-स्तरीय यात्राओं, बढ़ते व्यापार–निवेश और लोगों के बीच संपर्क के कारण संबंध और मज़बूत हुए हैं.
 
इस साल जून में, भारत के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और केन्या की रक्षा मंत्री रोज़लिंडा सोइपान तुया ने मिलकर केन्या के तैता तावेटा काउंटी के माइल 27 पर ‘भारत–अफ्रीका स्मारक’ का उद्घाटन किया, जो दोनों देशों के शहीद सैनिकों को सम्मानित करता है.
 
भारत और केन्या दोनों उपनिवेशवाद के ख़िलाफ़ साझा संघर्ष की विरासत भी साझा करते हैं, जिसमें कई भारतीयों ने केन्या की आज़ादी की लड़ाई में भाग लिया और उसका समर्थन किया.
 
नौसैनिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने के लिए भारतीय नौसेना के प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) के जहाज़—आईएनएस तीर, आईएनएस सुजाता, आईएनएस शार्दूल और आईसीजीएस सारथी—25 सितम्बर को केन्या के मोम्बासा बंदरगाह पहुँचे। यहाँ उन्होंने केन्या नौसेना के साथ योग सत्र, बैंड प्रदर्शन, चर्चाएँ और आईएनएस शार्दूल पर डेक रिसेप्शन जैसे संयुक्त कार्यक्रम आयोजित किए.