आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कनाडा ने सोमवार को कहा कि उसने "भय का माहौल" पैदा करने के कारण बिश्नोई गिरोह को आतंकवादी संगठन की सूची में डाल दिया है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “हिंसा और आतंकी कृत्यों के लिए कनाडा में कोई जगह नहीं है, खासकर उन कृत्यों के लिए जिनमें भय का माहौल पैदा करने के लिए विशिष्ट समुदायों को निशाना बनाया जाता है."
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और कनाडा की उनकी समकक्ष नताली ड्रोइन के बीच नयी दिल्ली में व्यापक वार्ता के एक सप्ताह से अधिक समय बाद यह फैसला लिया गया.
दोनों पक्षों ने वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने पर सहमति व्यक्त की थी, जिसमें आतंकवाद व अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए मिलकर काम करना भी शामिल है.
जन सुरक्षा मंत्री गैरी आनंदसांगरी ने सोमवार को कहा, "बिश्नोई गिरोह ने विशिष्ट समुदायों को निशाना बनाकर आतंक फैलाया, हिंसा की और धमकी दी। इस समूह को आतंकवादी घोषित करने से हमें उनके अपराधों से निपटने और उन्हें रोकने का अवसर मिलेगा.
बिश्नोई गिरोह को इस सूची में शामिल करने के साथ ही अब कनाडा में आपराधिक संहिता के तहत सूचीबद्ध समूहों की संख्या 88 हो गई है.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आतंकवादी सूची में शामिल करने से संघीय सरकार को संपत्ति, वाहन और धन पर रोक लगाने या जब्त करने की शक्ति मिल गई है। साथ ही कनाडाई कानून प्रवर्तन को आतंकवाद के वित्तपोषण व भर्ती के संबंध में मुकदमा चलाने के लिए अतिरिक्त कारण मिल गए हैं.
कनाडा में या विदेश में रहने वाले किसी भी कनाडाई नागरिक के लिए जानबूझकर किसी आतंकवादी समूह के स्वामित्व वाली या उसके नियंत्रण वाली संपत्ति का लेन-देन करना एक अपराध है.
लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व वाला बिश्नोई गिरोह एक अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठन है जो मुख्य रूप भारत में सक्रिय है.