जावेद अख्तर / कोलकाता
पश्चिम बंगाल की राजधानी और देश के सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता में दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन शुरू हो चुका है और इस वर्ष पूजा पंडालों में एक विशेष थीम छाई हुई है: 'ऑपरेशन सिंदूर.। इस देशभक्ति से ओतप्रोत थीम को खास तवज्जो दी जा रही है, जिसके केंद्र में भारत के सशस्त्र बलों का अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान है. इस थीम में विशेष रूप से 'ऑपरेशन सिंदूर' में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली दो महिला अधिकारियों, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को सबसे अधिक महत्व दिया जा रहा है.
मध्य कोलकाता का सुप्रसिद्ध यंग बॉयज़ क्लब दुर्गा पूजा पंडाल अपने 56वें वर्ष के उत्सव में 'ऑपरेशन सिंदूर' थीम के साथ चर्चा का विषय बना हुआ है. यह पंडाल न सिर्फ़ अपनी भव्य कलात्मकता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि हर साल यह सामाजिक रूप से जागरूक और प्रेरणादायक थीम प्रस्तुत करता है.
इस वर्ष का उत्सव भक्ति और राष्ट्रीय गौरव की गहरी भावना का एक अद्भुत संगम है, जो हज़ारों आगंतुकों को तारा चंद दत्ता स्ट्रीट स्थित जीवंत पंडाल की ओर आकर्षित कर रहा है. यह स्थल सेंट्रल एवेन्यू को रवींद्र सरणी से जोड़ने वाला एक ऐतिहासिक स्थान है.
कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका को विशेष सम्मान
इस पंडाल की सबसे आकर्षक विशेषता 'ऑपरेशन सिंदूर' में अपनी भूमिका के लिए सम्मानित की गई दो वीर महिला अधिकारियों— कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की प्रभावशाली प्रतिकृतियों (replicas) को शामिल करना है.
इन प्रतिकृतियों के माध्यम से आयोजकों ने सेना में महिलाओं की बढ़ती शक्ति, नेतृत्व और अदम्य साहस को दर्शाया है. ये महिला अधिकारी भारतीय सेना के उन वीर पुरुषों और महिलाओं का प्रतीक हैं जो देश की सेवा में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं.
पंडाल में इन्हें प्रमुखता से प्रदर्शित करना इस बात पर ज़ोर देता है कि राष्ट्र की रक्षा में पुरुष और महिलाएँ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं और दुर्गा माँ की शक्ति हर उस सैनिक में निवास करती है जो देश की रक्षा के लिए तत्पर है.
युद्ध के साजो-सामान से सजी कलात्मकता
प्रसिद्ध कलाकार देबशंकर महेश द्वारा डिज़ाइन किए गए इस मनमोहक पंडाल में भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम को जीवंत करने वाली आकर्षक कलाकृतियाँ शामिल हैं. पंडाल को इस तरह सजाया गया है कि यह एक युद्ध क्षेत्र की अनुभूति देता है, जहाँ भारतीय सेना के टैंकों, लड़ाकू विमानों और मिसाइलों की कलाकृतियाँ दिखाई गई हैं. ये कलाकृतियाँ केवल सजावट के लिए नहीं हैं, बल्कि यह देश के सैनिकों के साहस और समर्पण के प्रति एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि है.
यंग बॉयज़ क्लब के मुख्य आयोजक, राकेश सिंह ने मीडिया से बात करते हुए इस थीम के महत्व को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा, "दुर्गा पूजा हमारे लिए महज़ एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक भावना है जो लोगों को एक साथ बांधती है.
हर साल, हमारा प्रयास रहता है कि हम ऐसी थीम पेश करें जो न केवल आगंतुकों को आकर्षित करे, बल्कि एक गहरा संदेश भी दे. इस वर्ष की थीम, 'ऑपरेशन सिंदूर', हमारे देश के उन बहादुर सैनिकों को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है जो अटूट साहस और समर्पण के साथ हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं. इस पूजा के माध्यम से, हम उनकी वीरता का जश्न मनाना चाहते हैं और सभी आगंतुकों में गर्व और देशभक्ति की भावना को जगाना चाहते हैं."
क्लब के युवा अध्यक्ष विक्रांत सिंह ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए, हम अपने उन सैनिकों के बलिदान को सलाम करना चाहते हैं जो अटूट समर्पण के साथ हमारे देश की रक्षा करते हैं. इस वर्ष का विषय केवल सजावट नहीं है, यह मातृभूमि के प्रति समर्पण और हमारे सशस्त्र बलों के वीर पुरुषों और महिलाओं के प्रति सम्मान का प्रतीक है। हमें उम्मीद है कि इस श्रद्धांजलि को देखकर हर आगंतुक को गर्व और कृतज्ञता की गहरी अनुभूति होगी."
सह-आयोजक विनोद सिंह ने ज़ोर दिया कि उनका लक्ष्य हर साल एक ऐसी दुर्गा पूजा का आयोजन करना है जो केवल भव्यता से नहीं, बल्कि सार्थक कहानियों के माध्यम से एक अमिट छाप छोड़े. उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के साथ, हम सशस्त्र बलों की अदम्य भावना का सम्मान कर रहे हैं और सभी को यह याद दिलाना चाहते हैं कि माँ दुर्गा की शक्ति हमारे देश की रक्षा करने वाले प्रत्येक सैनिक में निवास करती है.
परंपरा और राष्ट्रगौरव का सामंजस्य
पंडाल की थीम आधुनिक और देशभक्ति से ओतप्रोत होने के बावजूद, मूर्तिकार कुशध्वज बेरा द्वारा बनाई गई देवी दुर्गा की प्रतिमा ने अपनी पारंपरिक शैली को बरकरार रखा है. यह अनूठा डिज़ाइन पुराने और नए का एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण प्रस्तुत करता है. एक ओर जहाँ पंडाल भारतीय सेना की वीरता को नमन करता है, वहीं दूसरी ओर देवी की प्रतिमा के माध्यम से धार्मिक आस्था और परंपरा का सम्मान किया गया है. यह संयोजन दर्शाता है कि भक्ति और राष्ट्रप्रेम एक दूसरे के पूरक हैं.
यंग बॉयज़ क्लब ने सभी वर्गों के लोगों को इस पूजा में आने, 'ऑपरेशन सिंदूर' थीम को देखने और गर्व तथा भक्ति के साथ इस उत्सव को मनाने के लिए आमंत्रित किया है. इस थीम के ज़रिए कोलकाता की दुर्गा पूजा ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यह केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और राष्ट्रीय भावना को व्यक्त करने का एक सशक्त मंच भी है.