जोहानिसबर्ग
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के बीच रविवार को हुई बैठक के बाद भारत और इटली ने आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ सहयोग बढ़ाने के लिए एक नई संयुक्त पहल की घोषणा की। यह बैठक जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान इतर आयोजित की गई।
दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के उपायों पर विचार किया। भारत–इटली संयुक्त पहल आतंकवाद के खिलाफ साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) तथा वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (GCTF) जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित है।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा,“प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ बहुत उपयोगी बातचीत हुई। भारत–इटली रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है, जिससे हमारे नागरिकों को व्यापक लाभ मिल रहा है। आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के लिए हम एक संयुक्त पहल शुरू कर रहे हैं—यह समयोचित और आवश्यक कदम है, जो आतंकवाद और उसके समर्थन नेटवर्क के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूती देगा।”
प्रधानमंत्री मेलोनी ने हाल ही में दिल्ली में हुई आतंकवादी घटना पर भारत के प्रति एकजुटता व्यक्त की और कहा कि इटली आतंकवाद से मुकाबले में भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने व्यापार, निवेश, रक्षा, नवाचार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, अंतरिक्ष और शिक्षा में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की। इससे पहले दोनों नेताओं की मुलाकात इस साल जून में कनानसकीस (कनाडा) में हुए जी7 सम्मेलन के दौरान हुई थी।
विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने भारत–इटली रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की और उसे सकारात्मक बताया। उन्होंने 2025–29 की संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना पर हो रहे कार्य पर भी संतोष व्यक्त किया। मंत्रालय ने बताया कि इस वर्ष नई दिल्ली और ब्रेशिया में आयोजित दो प्रमुख व्यापार मंचों में दोनों देशों के उद्योगों की मजबूत भागीदारी रही।
बयान के मुताबिक, मोदी और मेलोनी ने व्यापार, तकनीक, नवाचार और निवेश साझेदारी को और आगे बढ़ाने के प्रयासों पर जोर दिया, ताकि दोनों अर्थव्यवस्थाओं की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ सके और आपूर्ति श्रृंखलाएँ अधिक लचीली बन सकें।
दोनों नेताओं ने हाल में भारत आए इतालवी अंतरिक्ष प्रतिनिधिमंडल की यात्रा का स्वागत किया, जिससे अंतरिक्ष क्षेत्र में सरकारी और निजी स्तर पर सहयोग बढ़ने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मेलोनी ने भारत–यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने और 2026 में भारत द्वारा आयोजित किए जाने वाले एआई इम्पैक्ट शिखर सम्मेलन के लिए इटली के समर्थन को भी दोहराया।
दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने लोकतंत्र, कानून के शासन और सतत विकास जैसे साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए वैश्विक और बहुपक्षीय मंचों पर निरंतर सहयोग जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया।
वित्त वर्ष 2023–24 में भारत–इटली व्यापार लगभग 15 अरब डॉलर आँका गया है, जबकि वर्ष 2000 से अब तक भारत में इटली का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कुल लगभग 4 अरब डॉलर माना जाता है।