भारत और कुवैत ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 30-09-2024
India and Kuwait discuss ways to further bilateral trade and investment cooperation
India and Kuwait discuss ways to further bilateral trade and investment cooperation

 

कुवैत सिटी. कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वैका ने सोमवार को कुवैत के वाणिज्य उद्योग मंत्री खलीफा अब्दुल्ला धाही अल-अजील अल असकर के साथ बैठक की. दोनों पक्षों ने सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से द्विपक्षीय व्यापार और निवेश सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की.

कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक्स को बताया, ‘‘राजदूत आदर्श स्वैका ने कुवैत के वाणिज्य उद्योग मंत्री महामहिम खलीफा अब्दुल्ला धाही अल-अजील अल असकर से मुलाकात की. सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से द्विपक्षीय व्यापार और निवेश सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की गई.’’

भारतीय दूत आदर्श स्वैका ने कुवैत के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल बंदर सलेम अब्दुल्ला अल-मुजायन से भी मुलाकात की. दोनों अधिकारियों ने भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की.

कुवैत में भारतीय दूतावास ने एक्स पर पोस्ट किय, ‘‘राजदूत आदर्श स्वैका ने कुवैत के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल पायलट बंदर सलेम अब्दुल्ला अल मुजैन से मुलाकात की. उन्होंने भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें कुवैत में 3 भारतीय नौसैनिक जहाजों की आगामी यात्रा भी शामिल है.’’

22 सितंबर को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के दौरान कुवैत के क्राउन प्रिंस, शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबाह अल-सबाह के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी. बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने दोनों देशों के पारस्परिक लाभ के लिए द्विपक्षीय व्यापार को गहरा और विविधतापूर्ण बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. यह पीएम मोदी और कुवैत के क्राउन प्रिंस के बीच पहली बैठक थी.

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत कुवैत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को अत्यधिक महत्व देता है. दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच मजबूत ऐतिहासिक संबंधों और लोगों के बीच संबंधों को याद किया. उन्होंने संतोष के साथ कहा कि दोनों देश ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा आवश्यकताओं के साथ एक-दूसरे का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने दोनों देशों के पारस्परिक लाभ के लिए द्विपक्षीय संबंधों को गहरा और विविधतापूर्ण बनाने के लिए अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की. प्रधानमंत्री ने कुवैत में भारतीय समुदाय की भलाई सुनिश्चित करने के लिए क्राउन प्रिंस को धन्यवाद दिया, जो देश में सबसे बड़ा प्रवासी समूह है.’’

इस महीने की शुरुआत में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से मुलाकात की और भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की. एक्स पर एक पोस्ट में, जयशंकर ने लिखा, ‘‘कुवैती विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से फिर से मिलकर अच्छा लगा. हाल ही में कुवैत में हमारी उत्पादक बैठक को याद किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे संयुक्त आयोग की जल्द ही होने वाली बैठक के जरिए भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की गई.’’

विशेष रूप से, भारत और कुवैत के बीच पारंपरिक रूप से मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो इतिहास में निहित हैं और समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं, विदेश मंत्रालय के अनुसार. भारत कुवैत का स्वाभाविक व्यापारिक साझेदार रहा है और 1961 तक भारतीय रुपया कुवैत में वैध मुद्रा थी. वर्ष 2021-22 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ मनाई गई.

 

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