ब्रिजवाटर (अमेरिका)–
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस सप्ताह नाटो महासचिव मार्क रूटे से वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे। यह बैठक अमेरिका की उस योजना के बाद हो रही है, जिसमें ट्रम्प ने घोषणा की है कि वे नाटो सहयोगियों को आधुनिक हथियार बेचेंगे, जिन्हें वे यूक्रेन को हस्तांतरित करेंगे.
रूटे सोमवार और मंगलवार को वाशिंगटन में रहेंगे और ट्रम्प के साथ-साथ विदेश मंत्री मार्को रूबियो, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और कांग्रेस के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे ।
ट्रम्प ने रिपोर्टर्स से कहा,“हम बेहद आधुनिक हथियार भेजने जा रहे हैं, और वे (नाटो सदस्य) इसके लिए 100% भुगतान करेंगे।”
सेनेटर्स और यूरोपीय नेता समर्थन में
रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा कि ट्रम्प अब रूस के खिलाफ यूक्रेन की मदद में रूचि दिखा रहे हैं। वे दावा करते हैं कि “अगले दिनों में रिकॉर्ड स्तर पर हथियार यूक्रेन तक पहुँचेंगे”
डेमोक्रेटिक सीनेटर रिचर्ड ब्लुमेंथल ने यह भी समर्थन ज़ाहिर किया, और कहा कि अब $300 बिलियन रूसी फ्रीज़्ड एसेट्स को यूक्रेन की मदद में इस्तेमाल करने का समर्थन बढ़ रहा है ।
विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने यह बताया कि कई अमेरिकी हथियार पहले ही यूरोप में तैनात हैं, जिन्हें तेज़ी से यूक्रेन भेजा जा सकता है, और यूरोपीय देश उन्हें बदलने के लिए अमेरिका से खरीदी करेंगे ।
पैट्रियट मिसाइलों की खेप
ट्रम्प ने रविवार को घोषणा की कि अमेरिका पैट्रियट एयर-डिफेंस सिस्टम्स यूक्रेन भेजेगा, जिसकी लागत यूरोपीय संघ वहन करेगा
सैन्य और आर्थिक दबाव
फ्रांस के मंत्री ने आग्रह किया कि ट्रम्प प्रशासन यूक्रेन की वायु रक्षा क्षमता मजबूत करे, क्योंकि यूरोपीय देशों के पास सीमित क्षमता है ।
कांग्रेस में एक विधेयक भी जल्द लाया जा रहा है, जिसमें रूस का तेल-गैस आयात करने वाले देशों पर 500% शुल्क लगाया जाए, जिससे चीन, भारत और ब्राज़ील को भी निशाना बनाया जाएगा
नाटो और ट्रम्प की रणनीति
यह योजना, जिसमें हथियार सीधे यूक्रेन को नहीं, बल्कि नाटो सहयोगियों को बेचकर ट्रांसफर किए जाएंगे, ट्रम्प के उस दृष्टिकोण को दर्शाती है, जिसमें वे यूरोप पर अधिक जिम्मेदारी डालना चाहते हैं ।
ट्रम्प की “मेजर स्टेटमेंट” on Russia (सोमवार को) ।
यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली एवं पैट्रियट मिसाइल भेजने की योजना ।
रूसी आर्थिक दबाव बनाए रखने हेतु नवीनतम अमेरिकी–कांग्रेस प्रस्ताव ।
यह बैठक यूक्रेन के लिए अमेरिकी सैन्य और आर्थिक समर्थन में बड़े बदलाव का संकेत है—जो ट्रम्प की रणनीतिक सोच और यूरोप पर अधिक भार डालने की नीति को दर्शाती है। बैठक के बाद आने वाले फैसलों पर पूरी दुनिया की नज़र रहेगी।