इमरान खान की सिरदर्दी बढ़ीः टीएलपी ने इस्लामाबाद कूच किया

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 27-10-2021
इमरान खान की सिरदर्दी बढ़ीः टीएलपी ने इस्लामाबाद कूच किया
इमरान खान की सिरदर्दी बढ़ीः टीएलपी ने इस्लामाबाद कूच किया

 

आवाज द वाॅयस /इस्लामाबाद

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बुरे दिन चल रहे हैं. पहले महंगाई को लेकर सरकार के खिलाफ जबर्दस्त आंदोलन चला. अब फ्रांस के राजदूत को देशनिकाला की मांग पर अड़ा टीएलपी एक बार फिर इस्लामाबाद की ओर कूच कर गया है.  

पाकिस्तान में प्रतिबंधित धार्मिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक ने सरकार द्वारा समय पर मांगों का पालन करने से इनकार करने कारण मुरीदके में चार दिवसीय धरना खत्म करने के बाद इस्लामाबाद की ओर फिर लांग मार्च का ऐलान किया है.

मार्च का नेतृत्व करने वाले मुफ्ती मोहम्मद वजीर के अनुसार, ‘‘हमने इस्लामाबाद की ओर मार्च का ऐलान किया है. बातचीत को सफल बनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सरकार गंभीर नहीं है.

मुरीदके के स्थानीय पत्रकारों के मुताबिक, सुबह साढ़े आठ बजे के बाद टीएलपी ने सड़क पर लगे अपने टेंटों को हटा दिया. फिर लोग मंच के चारों ओर इकट्ठे होने लगे. यहां मंच से इस्लामाबाद की ओर मार्च की घोषणा की गई. सुबह करीब साढ़े दस बजे मार्च इस्लामाबाद की ओर बढ़ गया.

इस बीच मुरीदके से आगे पंजाब पुलिस की भारी टुकड़ी तैनात की गई है. यहां मुरीदके के शेखूपुरा और लाहौर के हजारों पुलिसकर्मी लगाए गए हैं.तहरीक-ए-लब्बैक द्वारा मुरीदके से लॉन्ग मार्च की संभावित बहाली के मद्देनजर इस्लामाबाद के फैजाबाद में हटाए गए कंटेनरों को फिर से लगा दिया गया है.

रावलपिंडी से इस्लामाबाद जाने वाले मुर्री रोड को बुधवार रात बंद कर दिया गया. अन्य रास्ते भी बंद कर दिए गए हैं. गौरतलब है कि तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान की वार्ता समिति के सदस्य पीर सरवर शाह ने कल कहा था कि सरकार ने वादा किया था कि फ्रांस के राजदूत के निर्वासन के मुद्दे को संसद में ले जाएगी. अगर मांग पूरी नहीं हुई तो दोपहर 12बजे तक, हम बुधवार को इस्लामाबाद की ओर लांग मार्च शुरू करेंगे.  फिर जो कुछ भी होगा उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी.

पीर सरवर शाह ने कहा कि सरकार ने उनसे कहा था कि वे संसद के माध्यम से फ्रांसीसी राजदूत के निर्वासन के मुद्दे को सुलझाएंगे. मंगलवार को दोपहर 12बजे की समय सीमा निर्धारित की गई थी.उन्होंने कहा,‘‘हमारी स्थिति यह है कि असली मुद्दा फ्रांसीसी राजदूत है. बाकी हमारे अमीर की गिरफ्तारी और इस मुद्दे को उठाने के लिए हमें रद्द करने के कारण था.‘‘

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपना वादा निभाया और सरकार के कहने पर मुरीदके से आगे नहीं बढ़े.‘‘उधर, पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने कहा कि फ्रांस के राजदूत को निकालने में दिक्कत आ रही हैं. मैं प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक से बुधवार को रात 8बजे और सुबह 10 बजे संपर्क करूंगा.

मंगलवार को इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शेख राशिद ने कहा कि फ्रांसीसी दूतावास को बंद करने और राजदूत के निष्कासन को छोड़कर प्रतिबंधित टीएलपी की सभी मांगों को पूरा कर लिया गया है.

गृह मंत्री ने कहा कि प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने आज रात सड़क खोलने का वादा किया था. हम इसका इंतजार कर रहे हैं.‘‘उन्होंने फ्रांसीसी राजदूत के निष्कासन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है. हम पर प्रतिबंध लगाने की साजिशें हो रही हैं.‘‘

शेख राशिद के अनुसार, ‘‘वर्तमान में फ्रांस यूरोप का नेतृत्व कर रहा है और सभी यूरोपीय देश इसके साथ खड़े हैं.‘‘