ऐतिहासिक कदम: कैलिफ़ोर्निया में दिवाली को राजकीय अवकाश घोषित किया गया

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 08-10-2025
Historic move: Diwali declared a state holiday in California
Historic move: Diwali declared a state holiday in California

 

न्यूयॉर्क

भारतीय प्रवासी समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि में, कैलिफ़ोर्निया ने दिवाली को राजकीय अवकाश घोषित कर दिया है। इस तरह अमेरिका में दिवाली को आधिकारिक अवकाश के रूप में मान्यता देने वाला यह तीसरा राज्य बन गया है।

मंगलवार को कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूज़म ने विधानसभा सदस्य आश कालरा द्वारा लाए गए विधेयक पर हस्ताक्षर कर इसे मंजूरी दी। यह विधेयक ‘एबी 268’ (AB 268) के नाम से जाना जाता है और इसे सितम्बर में कैलिफ़ोर्निया की दोनों विधायिकाओं से पारित कर अंतिम अनुमोदन के लिए गवर्नर को भेजा गया था।

आश कालरा ने कहा था, “कैलिफ़ोर्निया में भारतीय अमेरिकियों की सबसे बड़ी आबादी रहती है, और दिवाली को आधिकारिक अवकाश घोषित करने से इस पर्व का संदेश सैकड़ों हजारों लोगों तक पहुंचेगा और राज्य की विविधता में इसकी उपस्थिति और सशक्त होगी।”

उन्होंने कहा, “दिवाली समाज में सौहार्द, शांति और नवीकरण की भावना लेकर आती है। कैलिफ़ोर्निया को इस पर्व को अपनाना चाहिए, न कि इसे अंधेरे में रखना चाहिए।”

गौरतलब है कि अक्टूबर 2024 में पेंसिल्वेनिया पहला राज्य बना जिसने दिवाली को राज्य अवकाश के रूप में मान्यता दी थी, उसके बाद कनेक्टिकट ने इस साल यही कदम उठाया। न्यूयॉर्क शहर में दिवाली को सरकारी स्कूलों के लिए छुट्टी घोषित किया गया है।

कैलिफ़ोर्निया में दिवाली को राज्य अवकाश घोषित करने के फैसले का भारतीय समुदाय और प्रवासी संगठनों ने ज़ोरदार स्वागत किया।

इंडियास्पोरा नामक प्रवासी संगठन ने कहा कि अमेरिका के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य द्वारा दिवाली को आधिकारिक रूप से मान्यता देने से भारतीय अमेरिकियों की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊँचाई मिली है। यह न केवल दिवाली की जीवंतता को दर्शाता है, बल्कि भारतीय समुदाय के अमेरिका में योगदान को भी स्वीकार करता है।

इंडियास्पोरा के संस्थापक और अध्यक्ष एम. आर. रंगास्वामी ने इसे ऐतिहासिक निर्णय बताया और कहा, “यह उन पीढ़ियों का सम्मान है जिन्होंने कैलिफ़ोर्निया के विकास और सफलता में योगदान दिया।” उन्होंने कहा, “गवर्नर न्यूज़म का यह निर्णय समावेशिता के मूल्यों को दर्शाता है, जिसकी आज के समय में ज़रूरत है। यह स्पष्ट करता है कि हमारी विविधता ही हमारी असली ताकत है।”

रंगास्वामी ने विधेयक के सह-लेखकों आश कालरा और डॉ. दर्शना पटेल को इस उपलब्धि पर बधाई दी।

इंडियास्पोरा ने इस निर्णय को भारतीय-अमेरिकियों के लिए “ऐतिहासिक क्षण” करार दिया और कहा, “स्वर्ण राज्य (Golden State) के लिए भारतीय समुदाय के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और योगदान का यह एक सशक्त सम्मान है।”

संगठन ने कहा, “कैलिफ़ोर्निया में रहने वाले 10 लाख से अधिक भारतीय अमेरिकियों के लिए यह गर्व और हर्ष का क्षण है। इस समुदाय ने राज्य की अर्थव्यवस्था, सरकार, कला, विज्ञान और नागरिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कैलिफ़ोर्निया ने भी इस समुदाय को खुले दिल से अपनाया है।”

उन्होंने आगे कहा, “दिवाली को राज्य अवकाश घोषित करने का निर्णय यह पुष्टि करता है कि भारतीय अमेरिकी सिर्फ प्रतिभागी नहीं हैं, बल्कि कैलिफ़ोर्निया की पहचान का अभिन्न हिस्सा हैं।”

इंडियास्पोरा ने यह भी बताया कि न्यूयॉर्क शहर में दिवाली पर पहली बार स्कूल 1 नवंबर 2024 को बंद रहे, और अब राज्य के अन्य कई स्कूल जिलों में भी दिवाली को छुट्टी के रूप में मान्यता दी जा रही है।

सिलिकॉन वैली के प्रसिद्ध उद्यमी, समाजसेवी और पूर्व राष्ट्रपति सलाहकार अजय भूटोरिया ने इसे “समावेशिता की दिशा में एक उज्ज्वल उपलब्धि” बताया।

उन्होंने कहा, “दिवाली—हमारा प्रिय प्रकाश पर्व—उम्मीद की जीत, एकता की शक्ति और अज्ञानता पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है। इसका संदेश कैलिफ़ोर्निया में रहने वाले लगभग एक मिलियन दक्षिण एशियाई लोगों के दिल से जुड़ा हुआ है जो राज्य की नवाचार, अर्थव्यवस्था और भावना को मज़बूती प्रदान करते हैं।”

भूटोरिया ने कहा कि यह मान्यता केवल एक छुट्टी नहीं है, बल्कि यह दर्शाती है कि भारतीय प्रवासी समुदाय की विरासत और योगदान को पूरी तरह से स्वीकार किया जा रहा है

उन्होंने कहा, “चाहे वह सिलिकॉन वैली के टेक लीडर्स हों या दक्षिण कैलिफ़ोर्निया के स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञ—हमारा समुदाय अमेरिकी सफलता की कहानी में विविधता और संकल्प की नींव डाल रहा है।”

इस कानून के माध्यम से राज्य कर्मचारियों को वेतन सहित अवकाश और स्कूलों को दिवाली मनाने की स्वतंत्रता मिलेगी, जिससे परिवार दियों को जलाना, रंगोली बनाना और परंपराओं का पालन कर सकेंगे—बिना किसी कार्य या समय सीमा के दबाव के।

भूटोरिया ने गवर्नर न्यूज़म, आश कालरा और दर्शना पटेल को धन्यवाद देते हुए कहा, “आपकी मेहनत और प्रतिबद्धता ने न केवल वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ियों की दिवाली को और उजासमय बना दिया, और साथ ही देशभर में समावेशिता के एक नए युग की प्रेरणा भी दी।”