खान यूनिस (गाजा पट्टी)
गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी दी कि इज़राइल-हमास युद्ध में अब तक 69,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। हाल ही में हुए संघर्षविराम समझौते की शर्तों के तहत दोनों पक्षों ने शवों का आदान-प्रदान भी पूरा कर लिया है।
10 अक्टूबर को इज़राइल और हमास के बीच संघर्षविराम शुरू होने के बाद, तबाह हुई गाजा पट्टी में और शवों के मिलने तथा अन्य शवों की पहचान होने के बाद मृतकों की संख्या में यह वृद्धि हुई है। इज़राइल का कहना है कि ये हमले बचे हुए चरमपंथियों को निशाना बनाकर किए गए थे।
शवों का आदान-प्रदान
अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, इज़राइल ने शनिवार को 15 और फलस्तीनियों के अवशेष गाजा को लौटा दिए। इससे एक दिन पहले ही, चरमपंथियों ने एक बंधक के अवशेष इज़राइल को लौटाए थे।
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के अनुसार, मृतक की पहचान लियोर रुडैफ के रूप में हुई है, जिनका जन्म अर्जेंटीना में हुआ था, जैसा कि 'द होस्टेजेज एंड मिसिंग फैमिलीज फोरम' संगठन ने बताया।
यह आदान-प्रदान संघर्षविराम के प्रारंभिक चरण का एक मुख्य हिस्सा है, जिसके तहत हमास द्वारा सभी बंधकों के अवशेषों को जल्द से जल्द वापस करना अनिवार्य है। सभी बंधकों की वापसी के लिए परिवारों और समर्थकों ने शनिवार रात तेल अवीव में फिर से रैली निकाली।
प्रक्रिया और पहचान
प्रत्येक इज़राइली बंधक के अवशेष के बदले इज़राइल 15 फलस्तीनियों के अवशेष सौंप रहा है। दक्षिणी शहर खान यूनिस के नासिर अस्पताल में फोरेंसिक मेडिसिन के निदेशक अहमद धीर ने बताया कि अब तक कुल 300 अवशेष वापस आ चुके हैं, जिनमें से 89 की पहचान हो चुकी है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की है कि युद्ध शुरू होने के बाद से वहां मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 69,169 हो गई है।