Foreign students will not be able to come to America due to Donald Trump's travel restrictions
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अफगानिस्तान में लड़कियों के कॉलेज जाने पर तालिबान की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद बहारा सागरी नाम की युवती ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अमेरिका जाने का फैसला किया.
बहारा (21) ने कई वर्षों तक प्रतिदिन आठ घंटे तक अंग्रेजी का अभ्यास किया और आखिरकार उसे इलिनॉय के एक निजी लिबरल आर्ट्स कॉलेज में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई करने का प्रस्ताव मिला.
बहारा इस साल अमेरिका पहुंचने की उम्मीद में थीं लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यात्रा प्रतिबंध के कारण उनका सपना एक बार फिर पूरा नहीं हो पाया.
बहारा ने कहा, “आपको लगता है कि आखिरकार आप अपने सपने की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन फिर कुछ ऐसा होता है कि जैसे सब कुछ खत्म हो गया हो.
ट्रंप प्रशासन ने 19 देशों के नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाए हैं और इन प्रतिबंधों से हजारों विद्यार्थी प्रभावित हुए हैं, जिनमें से कई ऐसे भी हैं जो अमेरिका आने के लिए काफी समय और पैसा लगाने के बाद अब खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं.
कुछ विदेशी छात्र इस साल कॉलेजों में प्रवेश के प्रस्ताव मिलने के बावजूद नहीं आ पा रहे हैं क्योंकि वीजा प्रक्रिया के दौरान अतिरिक्त जांच-पड़ताल होने के कारण वीजा मिलने में देरी हो रही है.