अयोध्या में दलित-मुस्लिम पर 'पेड़ कटाई' के आरोप में FIR दर्ज, बीजेपी विधायक ने किया विरोध

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 16-10-2025
FIR filed against Dalit-Muslim residents in Ayodhya for 'tree felling', BJP MLA protests
FIR filed against Dalit-Muslim residents in Ayodhya for 'tree felling', BJP MLA protests

 

अयोध्या (उत्तर प्रदेश)

उत्तर प्रदेश के रुदौली से बीजेपी विधायक रामचंद्र यादव ने बुधवार को यहां नगर पंचायत कार्यालय के सामने धरना दिया। यह धरना छह व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज अपराध केस के विरोध में था, जिनमें चार दलित और दो मुस्लिम शामिल हैं। उन पर पेड़ काटने और लकड़ी चोरी करने का आरोप है।

धरना, जो नगर पंचायत कार्यालय के बाहर आयोजित किया गया था, बाद में तब खत्म हुआ जब सीओ (सर्किल ऑफिसर) आशीष निगम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्रा ने बताया कि आगामी 22 नवंबर को होने वाले ‘झलकारी बाई जयंती’ समारोह की तैयारी चल रही है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित हैं।

नगर पंचायत परिसर के आसपास सफाई कार्य के दौरान कथित तौर पर एक पेड़ काटा गया था, जिसके बाद मिश्रा ने 5 अक्टूबर को बाबा बाजार थाना में शिकायत दर्ज कराई।थाना प्रभारी शैलेन्द्र कुमार आजाद ने कहा, "लकड़ी चोरी के आरोप में निशू अहमद, आबिद अब्दुल, लाल बहादुर, रामरूप, सियाराम और नवमी लाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मामला जांच के अधीन है।"

विधायक यादव और जिला बीजेपी महासचिव राधेश्याम त्यागी ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को पहले ही इस मामले की जानकारी दे दी थी, फिर भी कोरी समुदाय के सदस्यों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई।

इस बीच, जिला मजिस्ट्रेट निखिल तिकारम फुंडे ने विधायक यादव के मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद रुदौली उप-जिलाधिकारी विकास धार दुबे को सोहावल तहसील में स्थानांतरित कर दिया है।गुस्साए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मामले को वापस लेने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की, साथ ही यादव ने चेतावनी दी कि FIR वापस नहीं ली गई तो आंदोलन फिर शुरू होगा।

वहीं, इस धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी जिला प्रवक्ता रजनीश सिंह ने कहा, "जो लोग प्रशासन के खिलाफ धरना दे रहे हैं, वह पूरी तरह गलत हैं। उन्हें अपनी बात पार्टी के अंदर उठानी चाहिए थी। मैं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और अनुशासन समिति से मांग करता हूं कि वे उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करें और कार्रवाई करें।"