डोनाल्ड ट्रंप ने काश पटेल को नौवें एफबीआई निदेशक के रूप में किया नियुक्त

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 21-02-2025
Donald Trump appoints Kash Patel as the ninth FBI director
Donald Trump appoints Kash Patel as the ninth FBI director

 

वॉशिंगटन डीसी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आधिकारिक रूप से काश पटेल की नियुक्ति के लिए आयोग पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिससे वह संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के नौवें निदेशक बन गए हैं.

व्हाइट हाउस के सहायक और डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ डैन स्कैविनो ने गुरुवार को इस घोषणा की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने ओवल ऑफिस में आयोजित एक विशेष समारोह में काश पटेल के आयोग पर हस्ताक्षर किए.

डैन स्कैविनो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा, "अभी-अभी ओवल ऑफिस से—एफबीआई के नौवें निदेशक कश पटेल को बधाई! राष्ट्रपति ट्रंप ने आधिकारिक रूप से आयोग पर हस्ताक्षर कर दिए हैं." उन्होंने यह भी कहा कि अब पटेल अपने नए X अकाउंट @FBIDirectorKash पर उपलब्ध होंगे.

व्हाइट हाउस ने फैसले का किया स्वागत

व्हाइट हाउस ने काश पटेल की पुष्टि को "राष्ट्रपति ट्रंप के एजेंडे को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम" बताया, जिसका उद्देश्य न्याय और कानून के शासन को बहाल करना है.

व्हाइट हाउस ने एक पोस्ट में कहा, "एफबीआई निदेशक के रूप में कश पटेल की नियुक्ति राष्ट्रपति ट्रंप के एजेंडे को लागू करने की दिशा में एक अहम कदम है. एफबीआई अब अपने मूल मिशन पर केंद्रित होगी—न्याय को निष्पक्षता और निष्पक्षता के साथ लागू करना."

सीनेट से मिली पुष्टि, पटेल ने जताया आभार

गुरुवार को अमेरिकी सीनेट में हुई पुष्टि के बाद एफबीआई निदेशक के रूप में कश पटेल ने अपनी नियुक्ति पर आभार व्यक्त किया. उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह एफबीआई में पारदर्शिता, जवाबदेही और न्याय को बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे.

हालांकि, पटेल की नियुक्ति को लेकर कुछ विपक्ष भी देखा गया. रिपब्लिकन सीनेटर लिसा मर्कोव्स्की (अलास्का) और सुसान कॉलिन्स (मेन) ने इस नियुक्ति का विरोध किया, लेकिन उन्हें रिपब्लिकन पार्टी के अन्य सदस्यों, खासकर सीनेट माइनॉरिटी लीडर मिच मैककॉनेल का समर्थन मिला.

काश पटेल की पुष्टि 51-49 मतों से हुई, जिसमें सभी डेमोक्रेटिक सीनेटरों ने उनके खिलाफ वोट दिया.