ताइपे (ताइवान)
चीन में चिकनगुनिया वायरस के फैलाव को रोकने के लिए व्यापक उपाय किए जा रहे हैं। अधिकारियों ने लोगों को मच्छरदानी का उपयोग करने, मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने और कीटाणुनाशकों का छिड़काव कराने की सलाह दी है। साथ ही, घरों और आसपास जमा पानी को साफ न करने वालों पर भारी जुर्माना लगाने और बिजली काटने की चेतावनी भी दी गई है।
प्रजनन स्थलों का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। चीन में अब तक इस बीमारी के 7,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। हांगकांग के पास फोशान के विनिर्माण केंद्र में भी एक मामला रिपोर्ट हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, नए मामलों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है।
चिकनगुनिया मच्छरों के काटने से फैलता है और इस बीमारी में मरीजों को तेज बुखार और जोड़ों में दर्द होता है। यह खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों के लिए अधिक खतरनाक साबित हो सकता है।
सरकारी टीवी पर दिखाए गए दृश्यों में कर्मचारियों को शहर की सड़कों, आवासीय इलाकों, निर्माण स्थलों आदि पर कीटनाशक छिड़कते हुए देखा गया। पानी जमा रखने वाले बोतल, गमले और अन्य बर्तनों को साफ न करने पर 10,000 युआन (लगभग 1,400 अमेरिकी डॉलर) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
अमेरिका ने अपने नागरिकों को चीन के ग्वांगडोंग प्रांत, डोंगुआन और अन्य व्यावसायिक केंद्रों के साथ-साथ बोलीविया और हिंद महासागर के द्वीप देशों की यात्रा न करने की सलाह दी है। ब्राजील भी इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित है।
भारी बारिश और असामान्य रूप से तेज गर्मी ने चीन में इस बीमारी के प्रसार को और बढ़ा दिया है, जो सामान्यतः उष्णकटिबंधीय इलाकों में होती है।