कनाडाः हिजाब पहनने वाली शिक्षिका का तबादला

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 15-12-2021
प्रतीकात्मक चित्र
प्रतीकात्मक चित्र

 

कनाडा में एक मुस्लिम शिक्षिका को कक्षा में हिजाब पहनने के कारण उसकी नौकरी से स्थानांतरित कर दिया गया. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस प्रांतीय कानून के खिलाफ आक्रोश फैल गया, जो सरकारी सेवकों को धार्मिक प्रतीकों को पहनने से मना करता है.

एक क्यूबेक दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, क्यूबेक के ‘धर्मनिरपेक्षता’ कानून का उल्लंघन करने के बाद चेल्सी एलीमेंट्री स्कूल में एक प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका फतेमेह अनवारी को उनके पद से हटा दिया गया और उसी स्कूल में विविधता और साक्षरता परियोजना पर काम करने के लिए फिर से नियुक्त किया गया.

2019में पारित विवादास्पद कानून, कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों जैसे न्यायाधीशों, वकीलों और पब्लिक स्कूल के शिक्षकों को कार्यस्थल पर धार्मिक प्रतीकों को प्रदर्शित करने से रोकता है. इस कानून ने पारित होने के बाद से कई कानूनी चुनौतियों को देखा है और अल्पसंख्यकों को लक्षित करने के लिए इसकी आलोचना की गई है.

शिक्षिका अनवरी कोइस महीने की शुरुआत में इस फैसले के बारे में सूचित किया गया. उन्होंने कनाडाई टेलीविजन नेटवर्क सीटीवी न्यूज को बताया कि यह मुद्दा एक व्यक्तिगत घटना से बड़ा है. अनवरी ने कहा, “यह मेरे कपड़ों के लेख के बारे में नहीं है. यह एक बड़ा मुद्दा है. यह कुछ ऐसा है, जो मनुष्यों के बारे में है. मैं नहीं चाहती कि यह कोई निजी बात हो, क्योंकि इससे किसी का भला नहीं होगा. मैं चाहती हूं कि यह कुछ ऐसा हो, जिसमें हम सभी इस बारे में सोचें कि बड़े फैसले दूसरों के जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं.”

अनवरी ने मीडिया हाउस को बताया कि वेस्टर्न क्यूबेक स्कूल बोर्ड के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए उनसे पूछा गया कि क्या हिजाब एक -धार्मिक या सांस्कृतिक’ प्रतीक है.

उन्होंने कहा, “मैंने कहा, आप जानते हैं, मेरे लिए यह एक पहचान से अधिक है. मैं यह नहीं कह रही कि यह एक धार्मिक प्रतीक है, क्योंकि मैं यह नहीं मानतीकि जिसने हिजाब नहीं पहना है, वह इस्लाम का अभ्यास नहीं कर रहा है. मुझे विश्वास नहीं है कि, मुझे लगता है कि हर कोई इसे पहनने या न पहनने को चुन सकता है और इससे कोई भी उस धर्म का कम अभ्यास नहीं करता है.

मॉन्ट्रियल गजट की एक रिपोर्ट के अनुसार, कई छात्र और माता-पिता, जो शिक्षक का समर्थन करते हैं, अनवरी के समर्थन में एक बाड़ पर हरा रिबन लटका रहे हैं और इस मुद्दे पर सांसदों को पत्र-लेखन अभियान आयोजित कर रहे हैं.

हालांकि, क्यूबेक नेता फ्रेंकोइस लेगौल्ट ने यह कहते हुए कानून का बचाव किया है कि स्कूल बोर्ड को हिजाब पहनने वाले शिक्षक को काम पर नहीं रखना चाहिए था. उन्होंने कानून को ‘उचित और संतुलित’ करार दिया.

जैसे ही समाचार आया, प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस मुद्दे पर कहा कि वे बिल 21 के विरोध में हैं, क्यूबेकर्स को इस मुद्दे को अपने दम पर सुलझाना चाहिए. प्रधानमंत्री कार्यालय ने रॉयटर्स को एक ईमेल में कहा, ‘कनाडा में किसी को भी अपने पहनावे या अपनी धार्मिक मान्यताओं के कारण अपनी नौकरी नहीं गंवानी चाहिए.’