आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
गुवाहाटी नगर निगम (जीएमसी) ने बढ़ते कचरे से निपटने के लिए एक अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य शहर को स्वच्छ व हरा-भरा बनाना और लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि जीएमसी के 'सिकुन गुवाहाटी - मोर गुवाहाटी' (स्वच्छ गुवाहाटी - मेरा गुवाहाटी) अभियान के तहत, प्रत्येक वार्ड का मूल्यांकन 10 मानकों के आधार पर किया जा रहा है।
समाज विज्ञानियों और शहर के आम निवासियों ने भी इस कदम की सराहना की और कहा कि इससे समाज में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है।
पूर्वोत्तर भारत के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले और इस क्षेत्र के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी में प्रतिदिन लगभग 700 टन कचरा उत्पन्न होता है, और करीब 300 टन कचरा अनुपचारित रहता है, जिससे हर गुजरते दिन के साथ समस्या बढ़ती जा रही है।
जीएमसी आयुक्त एम. एस. लक्ष्मी प्रिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमने शहर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के उद्देश्य से 'सिकुन गुवाहाटी - मोर गुवाहाटी' अभियान शुरू किया है। इस दौरान मुख्य रूप से लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने, कुशल ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और शहरी हरियाली को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।”