रियाद
रियाद (सऊदी अरब), 30 मई (एएनआई): बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में सऊदी अरब पहुंचे सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उन्होंने दो दिनों तक रियाद में सऊदी अधिकारियों, नीति विशेषज्ञों, मीडिया और भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ व्यापक चर्चाएं कीं।
बैजयंत पांडा ने एएनआई से कहा, “हमारी सऊदी अरब यात्रा के दौरान अत्यंत उत्कृष्ट और खुली चर्चाएं हुईं। यह इस प्रतिनिधिमंडल का तीसरा अंतरराष्ट्रीय दौरा था। हमने वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, नीति निर्माताओं, मीडिया और प्रवासी भारतीयों से दो दिनों तक गहन बातचीत की।”
उन्होंने बताया कि खासतौर पर आतंकवाद के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच स्पष्ट और ईमानदार चर्चा हुई, और यह दोहराया गया कि भारत और सऊदी अरब दोनों की आतंकवाद के प्रति ‘शून्य सहनशीलता’ की नीति है।
उन्होंने कहा, “हमने इस बात पर स्पष्ट चर्चा की कि किस तरह भारत और सऊदी अरब आतंकवाद की चुनौती से निपट रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पिछली सऊदी यात्रा के दौरान हुए आतंकवादी हमले के बाद जो संयुक्त बयान जारी हुआ था, उसमें दोनो देशों ने आतंकवाद के प्रति सख्त रुख अपनाने की बात कही थी।”
बैजयंत पांडा ने यह भी बताया कि भारत-सऊदी संबंधों में रक्षा, आतंकवाद-रोधी सहयोग और व्यापार के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने कहा, “सऊदी अरब क्षेत्र की एक बड़ी ताकत है और भारत के साथ उसके संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं।”
प्रतिनिधिमंडल ने डिरियाह का भी दौरा किया, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और अपनी पारंपरिक मिट्टी-ईंट वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने सऊदी अधिकारियों के साथ 7-8 बैठकें कीं। उन्होंने कहा, “सऊदी अरब भारत के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि दुनिया के लिए। यहां 27 लाख भारतीय रहते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच भी बहुत अच्छे संबंध हैं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा, “प्रधानमंत्री मोदी जिस समय सऊदी अरब में थे, उसी दौरान पाहलगाम आतंकी हमला हुआ था। सऊदी अरब ने उस हमले की कड़ी निंदा की और पहली बार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मिलकर संयुक्त बयान जारी किया। यहां के नीति विशेषज्ञों की भी यही राय है कि पाकिस्तान दुनिया का एकमात्र देश है जहां सेना ही सरकार को नियंत्रित करती है।”
पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने सऊदी संसद ‘शूरा काउंसिल’ के उपाध्यक्ष से मुलाकात की और सऊदी विदेश मंत्री के साथ भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, “नतीजे बेहद सकारात्मक हैं। सऊदी अरब इस क्षेत्र का सबसे प्रभावशाली देश है और कई अहम अंतरराष्ट्रीय मामलों में इसकी भूमिका निर्णायक है।”
इस प्रतिनिधिमंडल में बैजयंत पांडा के साथ-साथ निशिकांत दुबे, फंगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आज़ाद और राजदूत हर्ष श्रृंगला भी शामिल थे।
यह दौरा ऐसे समय हुआ है जब 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें एक विदेशी पर्यटक भी शामिल था। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' लॉन्च किया, जिसमें कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।