अफगानिस्तान में भूखमरी, बेकरी से रोटी चुराई तो चढ़ा दिया फांसी पर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 30-09-2021
अफगानिस्तानः 80 फीसदी आबादी भूखमरी का शिकार, बेकरी से रोटी चुराई तो चढ़ा दिया फांसी पर
अफगानिस्तानः 80 फीसदी आबादी भूखमरी का शिकार, बेकरी से रोटी चुराई तो चढ़ा दिया फांसी पर

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली / काबुल

अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद देश की अर्थव्यवस्था इतनी बुरी तरह चरमरा गई है कि लोग भूख से विवश होकर या तो बेकरी से रोटी चुरा रहे हैं या आत्महत्या करने को मजबूर हैं.कारोबारों पर तेजी से ताला लग रहा है. लोगों की नौकरियां छूट गई.

विदेशी संस्थाओं और अमेरिका ने देश का पैसा फ्रीज कर दिया है. अमेरिका से उन्हें वेतन मिल रहा था. उनका वेतन बंद हो गया है. बैंकों के पास ग्राहकों को देने के लिए पैसे नहीं हैं. इसकी वजह से महंगाई आसमान से बातें कर रही है.

हर जरूरत की चीजों के दाम न केवल पकड़ से बाहर हो गए, इसकी भारी किल्लत भी हो गई है. अफगानिस्तान पर खाद्य संकट छाया हुआ है. रोटी चोरी और भूख से खुदकुशी की घटनाओं में इजाफा हुआ है. अफगानिस्तान के स्वतंत्र पत्रकार हिजबुल्लाह खान लगातार अपने ट्वीट के जरिए दुनिया को देश के ताजा घटनाक्रम से अवगत करा रहे हैं.

 

एक ट्वीट में, उन्होंने एक पोल से बंधे दो नाबालिगों की तस्वीर साझा की, जिन्हें तालिबान ने एक बेकरी से रोटी चोरी करने के आरोप में फांसी पर लटका दिया था.हिजबुल्लाह खान का दावा है कि इस समय देश की 80 फीसदी आबादी भीषण भुखमरी के दौर से गुजर रही है.

 

यह सब तालिबान सरकार की नाकामी का कारण है. उन्होंने दावा किया कि पिछले दो दिनों में अफगानिस्तान के विभिन्न प्रांतों में करीब 55 लोगों ने भुखमरी के कारण आत्महत्या की है.उल्लेखनीय है कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान में स्थिति तेजी से बदली है.

तालिबान ने शरिया कानून के तहत लोगों दंडित करना शुरू कर दिया है. ताजा फोटो हेरात से है, जहां तालिबान द्वारा मारे जाने के बाद एक शख्स को सरेआम फांसी पर लटका दिया गया. घटना का वीडियो भी सामने आया है. इसे अफगान पत्रकार हिजबुल्लाह खान ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, ‘‘तालिबान ने शहरों में सार्वजनिक फांसी शुरू कर दी है.‘‘


अफगानिस्तान के लोगों को पिछले एक महीने में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. व्यवसाय बंद हैं. जीडीपी जमींदोज हो चुकी है. विदेशी कंपनियों और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा देश की संपत्ति फ्रीज कर दिया गया है.

 

संयुक्त राष्ट्र ने भी सावधान किया है कि अफगानिस्तान में बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है. लोग भूख से मर रहे हैं. ऐसे में काबुल में गरीब परिवार अपने बच्चों को बेचने को मजबूर हैं. इस बार में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

इस वीडियो को अफगान पत्रकार हिजबुल्लाह खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. उन्होंने लिखा, ‘‘अफगानिस्तान में यह दुखद दृश्य. गरीबी के कारण लोग अब अपने बच्चों को बेचने को मजबूर हैं.‘‘ एक व्यक्ति बच्चे को गोद में लिए हुए है और दूसरे हाथ में बच्चे का हाथ.

 

वह पख्तून में कुछ बड़बड़ा रहा है. इस दौरान बुर्का पहने एक महिला जमीन पर बैठी नजर आ रही है. वह शायद उसकी पत्नी है. एक आदमी अपने बच्चे को अपनी पत्नी को देता है.

चंद बातें हिजबुल्लाह के बारे में

हिजबुल्लाह खान एक वरिष्ठ अफगान पत्रकार हैं. उनके लेख द जेरूसलम पोस्ट, द इंडिपेंडेंट, द ग्लोब पोस्ट और द डिप्लोमैट जैसे अंतरराष्ट्रीय समाचार पत्रों में प्रकाशित होते रहे हैं. वह लगातार दुनिया के सभी प्रमुख अखबारों को अफगानिस्तान की ताजा स्थिति पर रिपोर्ट भेजते रहे हैं.