आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
गाज़ा पट्टी में भुखमरी की गंभीर स्थिति को देखते हुए सहायता पहुंचाने के लिए 1,200 टन खाद्य सामग्री से लदा जहाज साइप्रस से चलकर मंगलवार को इजराइल के अशदोद बंदरगाह के पास पहुंच गया.
पनामा के ध्वज वाले इस जहाज़ पर 52 कंटेनरों में पास्ता, चावल, शिशु आहार और डिब्बाबंद खाद्य सामग्री भेजी गई है। इसमें से करीब 700 टन मदद साइप्रस से है, जिसे संयुक्त अरब अमीरात के दान के अमलथिया कोष से खरीदा गया. बाकी सामग्री इटली, माल्टा सरकार, माल्टा के एक कैथोलिक धार्मिक संगठन और कुवैत के गैर सरकारी संगठन अल सलाम एसोसिएशन की ओर से भेजी गई है.
साइप्रस के विदेश मंत्री कॉन्स्टेंटिनोस कॉम्बोस ने कहा, “स्थिति बेहद गंभीर है.”
पिछले साल साइप्रस से सीधे गाजा तक 22,000 टन से अधिक सहायता जहाजों से भेजी गई थी, लेकिन मौसम और सुरक्षा समस्याओं के कारण यह काम बंद हो गया.
अशदोद पहुंचने के बाद खाद्य सामग्री को संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी ट्रकों से वर्ल्ड सेंट्रल किचन (डब्ल्यूसीके) द्वारा संचालित भंडारण और वितरण केंद्रों तक पहुंचाएंगे.
यह सहायता ऐसे समय पर आई है जब हमास ने अरब मध्यस्थों की नयी युद्धविराम योजना स्वीकार कर ली है, जबकि इजराइल ने इसे अब तक मंजूरी नहीं दी है.
संयुक्त राष्ट्र ने पिछले सप्ताह चेतावनी दी थी कि गाजा में कुपोषण और भुखमरी अब तक के सबसे गंभीर स्तर पर है.
गाजा के हमास-प्रशासित स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 22 महीने से जारी संघर्ष में मृतकों की संख्या 62,000 पार कर गई है, जिनमें लगभग आधी महिलाएं और बच्चे हैं.