श्रीनगर. कश्मीर घाटी में युवा अब व्यापार के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी रुचि दिखा रहे हैं. इसमें बड़ी संख्या में युवा महिलाएं भी शामिल हो गई हैं. अब, कश्मीर घाटी में युवा महिला उद्यमी नए विचारों को शामिल करके अपने व्यवसाय को अद्वितीय बना रही हैं. एक ऐसा ही उदाहरण श्रीनगर की अफशाना फिरोज खान हैं, जो अलग-अलग फूलों के आकार की चॉकलेट बनाती हैं.
इस स्टाइल में बनी चॉकलेट आम बाजार में कम ही मिलती है. 25 वर्षीय अफशाना श्रीनगर जिले के निशात इलाके की रहने वाली हैं. अफशाना खान ने बीए किया है, लेकिन अलग-अलग रेसिपी बनाने का उनका जुनून ही इस प्रतिभा को अद्वितीय चॉकलेट बनाने के लिए प्रेरित करता है.
हालांकि इस काम को शुरू करना उनके लिए आसान नहीं था. उनके आत्मविश्वास और उत्साह से उन्हें अपने माता-पिता का समर्थन मिला. अफशाना ने फूलों के आकार की चॉकलेट बनाने का यह काम किया, लेकिन उन्होंने अपने कौशल को निखारने और पूरी विशेषज्ञता हासिल करने के लिए यूट्यूब का सहारा लिया.
अफशाना को चॉकलेट बनाने का यह धंधा शुरू हुए एक साल भी नहीं हुआ है. हालांकि आकर्षक रेसिपी और अनोखे स्वाद की वजह से इनकी चॉकलेट लोगों को खूब पसंद आ रही है. साथ ही यह अपने उत्पादों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करती हैं. इसके चलते एक बार चॉकलेट खाने वाले दूसरी बार ऑर्डर करने को मजबूर हैं. अफशाना फिरोज का कहना है कि शादियों, जन्मदिनों और अन्य विशेष आयोजनों के मौकों पर ज्यादा ऑर्डर आते हैं. उन्हें रोजाना 4 से 5 ऑर्डर मिलते हैं.
अफशाना ने अपने व्यवसाय की शुरुआत घर के एक छोटे से कमरे से बच्चों को पढ़ाने के दौरान हुई बचत से की थी. आज के इतिहास में अफशाना फिरोज 40 से 50 हजार रुपये महीना कमाती हैं. ऐसे में यह अपने कारोबार को और आगे बढ़ाना चाहती हैं और आने वाले समय में दूसरों को भी रोजगार देना चाहती हैं.
अफशाना का कहना है कि सरकारी नौकरी की तलाश में समय बर्बाद करने के बजाय, अपने कौशल और क्षमताओं का उपयोग करके स्वरोजगार अर्जित करने पर ध्यान देना बेहतर है, ताकि न केवल अपने लिए, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के संसाधन पैदा हो सकें. साहस, लगन और प्रेरणा से किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त की जा सकती है. ऐसे में अफशाना फिरोज न सिर्फ एक सफल एंटरप्रेन्योर बनकर उभर रही हैं, बल्कि वे दूसरों के लिए भी बीकन बन रही हैं.