मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
अजमेर से एक और सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने वाली खबर आई है. एक दिन पहले खाटू श्याम के यात्रियों ने जुमे की नमाज के मद्देनजर अपनी यात्रा रोक दी थी. जवाब में नमाजियों ने उनपर फूल बरसाए थे. अब राजस्थान के अजमेर से खबर है कि वहां के एक हिंदू होटल मालिक ने इस रमजान भी रोजेदारों के लिए अपने होटल की तमाम सेवाएं फ्री कर दी हैं.
इस होटल का नाम है-होटल वैभव और यह अजमेर शरीफ की दरगाह के बिल्कुल करीब नया बाजार में स्थित है. होटल के युवा मालिक आदित्य गोयल कहते हैं, ‘‘ यह सिलसिला उनके पिता ने एक कमरे से शुरू किया था. अब होटल में 13 रूम हैं. दो साल पहले होटल के 12 कमरे थे.’’उन्होंने बताया कि इस परंपरा को शुरू करने से लेकर पिछले साल यानी 2023 तक 512 रोजेदारों को निशुल्क सेवाएं दी जा चुकी हैं.
इसके पीछे की कहानी बताते हुए आदित्य गोयल कहते हैं कि 2016 में जब इनके पास केवल एक कमरा था, रमजान के महीने में तीन-चार लोग उनके पिता जितेंद्र गोयल के पास आए. उन्होंने बताया कि वे यहां पूरे रमजान रूकना चाहते हैं, पर उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वे उन्हें एक महीने का किराया दे सकें. इसपर आदित्य गोयल के पिता ने कहा कि आप यहां ठहरिए, बाद में बिल बनाने के समय हिसाब-किताब किया जाएगा. आदित्य बताते हैं-‘‘उनके पिता ने जाते समय उनसे एक पैसे नहीं लिए.’’
इफ्तार और नमाज की सुविधा भी
उसके बाद से यह परंपरा चली आ रही है. रमजान के समय होटल की तमाम सेवाएं रोजेदारों के लिए निशुल्क कर दी जाती हैं. यहां तक कि उनके लिए शाम में इफ्तार का भी इंतजाम किया जाता है.आदित्य बताते हैं कि रोजाना इफ्तार की दावत होती है. कोई जरूरी नहीं कि केवल होटल में ठहरने वाले मुसाफिर इफ्तार करें. आसपास के लोग भी इफ्तार के लिए होटल में आते हैं. उन्हें कोई मनाही नहीं है.
उन्होंने बताया कि नमाजियों के लिए अलग से एक कमरा बनाया हुआ है. रोजा खोलने के तुरंत बाद नमाज पढ़ी जाती है. होटल में ठहरने वाले भटकें नहीं, इसके लिए यहां नमाज की व्यवस्था की गई है.आदित्य गोयल कहते हैं, ‘‘ कोरोना के बाद जब हम लोग उबर रहे थे, तब भी उनके पिता ने रोजेदारों के लिए होटल फ्री कर दिया था.
वह बताते हैं कि इसपर उन्होंने अपने पिता को टोका भी था, पर उन्होंने यह कहकर शांत कर दिया कि ग्यारह महीने वे इनसे कमाई करते हैं, एक महीना क्या इनपर खर्च नहीं कर सकते.’’आदित्य कहते हैं, ‘‘ अपनी आस्था के चलते लोग यहां आते हैं. मुझे खुशी है कि मैं ऐसे लोगों के किसी काम आ रहा हूं.’’
होटल वैभव के जितेंद्र एवं आदित्य गोयल
ओयो पर कर सकते है बुक
होटल वैभव ‘ओयो’ के ऐप पर भी है. इस ऐप के होटल वैभव पर जाने के बाद यदि अंग्रेजी में ‘रमादान वैभव’ कोड डाला जाए तो होटल का कमरा निशुल्क बुक हो जाएगा. ओयो वेबसाइट का उपयोग करके भी ठहरने संबंधित बुकिंग ऑनलाइन की जा सकती है.इस होटल पर खबर करने वाले ब्रूट के डेविड जॉन बताते हैं, ‘‘रमजान के दिनों में होटल को विशेष तौर से सजाया जाता है.’’
वह होटल में इफ्तार करने वाले,इसके कमरों में ठहरने वालों से मुलाकात भी कर चुके हैं. कर्नाटक में थ्री व्हीलर चलाने वाले एक शख्स अपने बीवी, बाल-बच्चों के साथ होटल में ठहरे हुए थे. उन्होंने बताया कि होटल वैभव में फ्री सुविधा की जानकारी उन्हें ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह की ज्यारत करने के दौरान मिली थी. उसके बाद वे यहां चले आए.
अध्यात्म में हिस्सेदारी
इस योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए, आदित्य गोयल, मैनेजिंग डायरेक्टर, होटल वैभव, ने कहा, “रमजान दुनिया भर में इबादत व चिंतन करने और दान देने वाला पाक महीना है. हमारा मानना है कि सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देना और जरूरतमंदों की मदद करना बेहद जरुरी है.
इस योजना के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि रमजान मनाने वाला हर व्यक्ति अपनी वित्तीय स्थिति की परवाह किए बिना इस आध्यात्मिक अनुभव का हिस्सा बन सके. हम अजमेर में स्थित अपने अन्य होटल्स में भी इस ऑफर का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं.
कैसा रहा यात्रियों का अनुभव ?
अपने अनुभव को साझा करते हुए, मध्य प्रदेश स्थित मंदसौर के जब्बार मंसूरी ने कहा, “होटल वैभव और ओयो का यह प्रस्ताव बेहद सराहनीय है, जो रमजान की भावना का समर्थन करने और समाज के वंचित वर्ग व अपने मेहमानों के साथ रमजान का जश्न मनाने की तरफ इशारा करता है.
शांतिपूर्ण ठहरने की व्यवस्था, हमारे लिए तरावीह की नमाज, पवित्र कुरान की तिलावत और रमजान से जुड़ी अन्य गतिविधियों में भाग लेने में काफी मददगार साबित हुई है. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की प्रसिद्ध दरगाह की उपस्थिति की वजह से अजमेर, रमजान के दौरान भक्तों के लिए अल्लाह की रहमत प्राप्त करने वाला एक महत्वपूर्ण स्थान है, जहाँ वे न सिर्फ विभिन्न अनुष्ठानों में भाग ले सकते हैं, बल्कि इस पाक महीने के दौरान विशेष रूप से इबादत के माहौल का अनुभव कर सकते हैं.
अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह शरीफ में रमजान के दौरान, बड़ी संख्या में दुनिया भर के भक्त हाजिरी लगाने, नमाज अदा करने और अल्लाह की रहमत प्राप्त करने आते हैं.