आवाज द वॉयस / पीलीभीत
पीलीभीत की जामा मस्जिद का निर्माण उस समय के रोहिला सरदार हाफिज रहमत खान ने करवाया था. इसका निर्माण दिल्ली की शाही जामा मस्जिद की शैली में कराया गया है . मस्जिद की ख्याति केवल पीलीभीत में ही नहीं, आसपास के शहरों में भी फैली हुई है.
रमजान के पवित्र महीने में यहां दूर-दराज से लोग इबादत करने आते हैं.पीलीभीत की जामा मस्जिद के इतिहास की जब भी चर्चा होती है, इससे बनवाने वाले हाफिज रहमत खां का जिक्र जरूर होता है. जानकार बताते हैं, हाफिज रहमत खां 1749से 1774तक रोहिलखंड में रहे. इस दौरान उन्होंने पीलीभीत में छोटे-बड़े कई निर्माण कार्य करवाए. उन्होंने उसी दौरान
पीलीभीत की जामा मस्जिद भी बनवाई.यह जामा मस्जिद इलाके में इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्यों कि मान्यता है कि जामा मस्जिद की नींव 1769में रखी गई थी. तब से आज तक यह पीलीभीत के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में गिनी जाती है.
जब शहर में जामा मस्जिद बन रही थी, हाफिज रहमत खां ने हिंदू समुदाय की दृढ़ आस्था को देखते हुए खाखरा नदी के किनारे गौरी शंकर मंदिर में भी एक भव्य द्वार का निर्माण कराया था. यह आज भी गंगा-जमुनी तहजीब की निशानी मानी जाती है.