आवाज द वाॅयस/मुंबई
ग्रामीण भारत की महिलाओं को प्रणेता, उद्यमी और सामाजिक परिवर्तनकर्ता बनाने के लिए तीन दशकों से अधिक समय से समर्पित अग्रणी संस्था स्वयं शिक्षण प्रयोग (एसएसपी) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है.संस्था ने नसीम शेख को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है.यह नियुक्ति एसएसपी के उस सशक्तिकरण आंदोलन को एक नई दिशा और दूरदर्शी नेतृत्व प्रदान करने के लिए की गई है, जिसका उद्देश्य यह साबित करना है कि 'साधारण महिलाएँ असाधारण बदलाव ला सकती हैं'.
यह निर्णय एसएसपी बोर्ड द्वारा गठित एक विशेष चयन समिति की गहन और विस्तृत सिफारिश के बाद लिया गया.यह समिति संस्था के नेतृत्व की निरंतरता और नवाचार को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई थी.समिति में एसएसपी बोर्ड के सदस्य—प्रिया पाटिल, उर्वशी देवीदयाल, प्रसन्ना हुलीकव, फादर अडॉल्फ फुर्टाडो, निसीथ कुमार और प्रो. विनोद चंद्र मेनन—शामिल थे.
इसके अलावा, सामाजिक क्षेत्र से बाहरी विशेषज्ञों को भी इसमें शामिल किया गया था, जिनमें एनी जॉर्ज (BEDROC), इप्सिता दास (टाटा सस्टेनेबिलिटी ग्रुप)और चेतना गाला सिन्हा (माण-देशी फाउंडेशन की संस्थापक) जैसी प्रतिष्ठित हस्तियाँ शामिल थीं.तीन दशकों के अभूतपूर्व अनुभव और संस्था के प्रति उनके गहरे योगदान को ध्यान में रखते हुए, इस समिति ने नसीम शेख को सर्वसम्मति से इस सर्वोच्च पद के लिए चुना.
नसीम शेख: तीन दशकों का संगठनात्मक और सामाजिक नेतृत्व
नसीम शेख की नियुक्ति एसएसपी के लिए एक प्राकृतिक प्रगति है.संस्था के साथ अपने लंबे और समर्पित कार्यकाल में, नसीम शेख ने ज़मीनी स्तर पर हज़ारों महिलाओं को संगठित करने का अविश्वसनीय कार्य किया है.
उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आवश्यक कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नेतृत्व प्रदान किया है.उनके काम का दायरा स्वास्थ्य, पोषण, जल सुरक्षा, स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने की रणनीति, आपदा प्रबंधन और सामुदायिक विकास जैसे संवेदनशील और जीवन-बदलने वाले विषयों तक फैला हुआ है.
एसएसपी के साथ उनके अनुभव ने उन्हें ज़मीनी सच्चाइयों और समुदायों की वास्तविक जरूरतों की गहरी समझ दी है, जिसने उन्हें समावेशी और प्रभावी नेतृत्व प्रदान करने के लिए अद्वितीय रूप से योग्य बनाया है.उन्होंने सिद्ध किया है कि वह न केवल संस्था के मिशन को समझती हैं, बल्कि उसे क्रियान्वित करने की क्षमता भी रखती हैं.
बोर्ड और विशेषज्ञों का विश्वास
एसएसपी बोर्ड ने नसीम शेख के समावेशी नेतृत्व और दूरदर्शी दृष्टि में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया है.नियुक्ति पर बोलते हुए, एसएसपी बोर्ड के सदस्य प्रो. विनोद चंद्र मेनन ने कहा,"नसीम शेख का समावेशी नेतृत्व और दूरदर्शी दृष्टि एसएसपी के कार्यों को और मजबूत बनाएगी.उनके मार्गदर्शन में ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और सामाजिक प्रभाव को नई गति मिलेगी." यह टिप्पणी नसीम शेख के नेतृत्व शैली के प्रति बोर्ड के गहरे भरोसे को दर्शाती है, जो संस्था को एक नए युग में ले जाने के लिए तैयार है.
इस चयन प्रक्रिया का हिस्सा रहीं और माण-देशी फाउंडेशन की संस्थापक, चेतना गाला सिन्हा ने भी इस निर्णय का गर्मजोशी से स्वागत किया.उन्होंने कहा,"इस महत्वपूर्ण चयन प्रक्रिया का हिस्सा बनकर मुझे गर्व है.नसीम शेख के नेतृत्व में एसएसपी नए शिखर तक पहुंचेगी.ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और सक्षम समुदाय निर्माण में उनका अनुभव और दृष्टिकोण प्रेरणादायी रहेगा." सिन्हा का यह समर्थन इस बात को रेखांकित करता है कि नसीम शेख का अनुभव सामाजिक क्षेत्र में व्यापक रूप से मान्य है.
संस्थापिका के विजन को आगे ले जाने का संकल्प
अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, नसीम शेख ने अपनी संस्थापिका और मार्गदर्शक को याद किया.उन्होंने कहा."मुझे एसएसपी में CEO बनने का अवसर मिलने पर गर्व है.हमारी संस्थापिका स्वर्गीय प्रेमाताई के विचार 'साधारण महिलाएँ असाधारण बदलाव ला सकती हैं' को आगे बढ़ाते हुए, मैं इस संस्था को और ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए पूरी मेहनत करूँगी."
यह बयान स्पष्ट करता है कि नसीम शेख संस्था की मूल विचारधारा—महिलाओं की आंतरिक शक्ति में विश्वास—को न केवल बनाए रखेंगी, बल्कि उसे और मज़बूत करेंगी.यह नियुक्ति सुनिश्चित करती है कि एसएसपी का नेतृत्व ज़मीनी स्तर से जुड़े उस व्यक्ति के हाथ में है जिसने संस्था के आदर्शों को जिया है और ज़मीनी हकीकत को समझा है.
प्रभाव का विस्तार और नेतृत्व का सुदृढ़ीकरण
नसीम शेख के नेतृत्व में, एसएसपी महिलाओं के नेतृत्व वाले कार्यक्रमों को और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.संस्था का लक्ष्य भारत में अपने सामाजिक प्रभाव को और व्यापक बनाना है.यह नियुक्ति संगठन की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि वह अपनी नेतृत्व क्षमता को आंतरिक रूप से विकसित करेगा और संस्थापिका के विज़न को ज़मीनी स्तर के अनुभव के साथ जोड़ेगा.
नसीम शेख का दूरदर्शी नेतृत्व, सामुदायिक विकास में उनकी गहरी समझऔर उनकी दशकों की संगठनात्मक विशेषज्ञता एसएसपी को स्वास्थ्य, जल और जलवायु लचीलापन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने में मदद करेगी.उनकी नियुक्ति ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण आंदोलन को एक नया आयाम देने और 'साधारण महिलाओं' के असाधारण क्षमता प्रदर्शन को सुनिश्चित करने का मार्ग प्रशस्त करेगी.
नसीम शेख के नेतृत्व में, एसएसपी यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार है कि ग्रामीण भारत की महिलाएँ सिर्फ बदलाव की लाभार्थी न हों, बल्कि बदलाव की वास्तविक प्रणेता बनें.उनकी कहानी भारत के सामाजिक क्षेत्र में महिला नेतृत्व की बढ़ती शक्ति का एक शक्तिशाली उदाहरण है.