ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर, यह रिपोर्ट भारत के एक उभरते हुए वैश्विक पर्यटन केंद्र — अयोध्या — पर केंद्रित है। राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या ने न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनकर उभरा है, बल्कि यह भारत के पर्यटन मानचित्र पर भी एक अभूतपूर्व स्थान प्राप्त कर चुका है।
भारत ने वैश्विक पर्यटन में अपनी स्थिति को सुदृढ़ किया है:
1.45% अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की वैश्विक भागीदारी।
2.1% वैश्विक पर्यटन प्राप्तियों में भारत की हिस्सेदारी।
WEF के Travel and Tourism Development Index (TTDI) 2024 में भारत की रैंकिंग 39वीं।
2023 में 18.89 मिलियन अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का आगमन दर्ज किया गया, जो महामारी-पूर्व स्तर से अधिक है।
इनमें 9.52 मिलियन विदेशी पर्यटक (FTAs) थे, जो पूर्व-कोविड स्तर का 87% है।
9.38 मिलियन प्रवासी भारतीय (NRIs) भारत आए, जो पिछले वर्ष से 34.38% अधिक है।
अधिकतर पर्यटक दक्षिण एशिया, उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप से आए।
79.4% पर्यटक वायु मार्ग से भारत पहुंचे, जिसमें दिल्ली और मुंबई मुख्य केंद्र रहे।
राम मंदिर के पट 23 जनवरी 2024 को आम जनता के लिए खोले गए।
22 जनवरी को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अयोध्या में पर्यटन में जबरदस्त वृद्धि देखी गई।
यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि रामायण से जुड़ी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का जीवंत चित्रण भी है।
जनवरी से सितंबर 2024 के बीच:
135.5 मिलियन घरेलू पर्यटक अयोध्या पहुंचे — यह संख्या आगरा और ताजमहल को भी पीछे छोड़ गई।
3,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भी अयोध्या पहुंचे।
वार्षिक पर्यटक अनुमान:
Jefferies के अनुसार, आने वाले वर्षों में 50 मिलियन वार्षिक पर्यटक अयोध्या आ सकते हैं।
स्थानीय अधिकारी बताते हैं कि प्रतिदिन 3 लाख पर्यटक आने की संभावना है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आय (FY 2024-25):
कुल आय: ₹327 करोड़, जिससे यह भारत के सर्वाधिक कमाई करने वाले मंदिरों में से एक बन गया है।
यदि हर पर्यटक औसतन ₹2,500 खर्च करता है, तो:
अयोध्या की स्थानीय अर्थव्यवस्था को ₹25,000 करोड़ का वार्षिक लाभ हो सकता है।
महार्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन (30 दिसंबर) — इस दिन अयोध्या पर सर्वाधिक ऑनलाइन सर्च दर्ज किया गया।
रेलवे स्टेशन, सड़कों और नई टाउनशिप का उन्नयन।
2000 से अधिक कारीगरों को राम मंदिर निर्माण में रोजगार मिला।
MakeMyTrip के अनुसार, पिछले दो वर्षों में 97% वृद्धि देखी गई धार्मिक स्थलों की खोज में।
अयोध्या पर ऑनलाइन सर्च में 1806% की वृद्धि — केवल भारत ही नहीं, विदेशों से भी बड़ी संख्या में खोजें हुईं।
Taj, Radisson, ITC जैसी बड़ी होटल चेन अयोध्या में निवेश कर रही हैं।
होटल की भारी मांग के कारण कुछ कमरे ₹73,000 प्रति रात तक पहुंच गए हैं।
धार्मिक वस्तुएं, भोजन, परिवहन और स्थानीय सेवाओं की भारी मांग।
गृह निवास योजनाओं (homestay programs) से स्थानीय लोगों को सीधा लाभ।
SBI Research के अनुसार:
उत्तर प्रदेश सरकार को ₹20,000–25,000 करोड़ अतिरिक्त कर राजस्व प्राप्त हो सकता है (FY 2024–25)।
राज्य की अर्थव्यवस्था में ₹4 लाख करोड़ तक की वार्षिक वृद्धि की संभावना।
अयोध्या को अब वेटिकन (Vatican) और मक्का (Mecca) जैसे वैश्विक धार्मिक स्थलों से तुलना की जा रही है।
अभी अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या सीमित है, लेकिन वैश्विक पहचान तेजी से बढ़ रही है।
राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या भारत के पर्यटन मानचित्र पर तेजी से उभरता हुआ एक वैश्विक धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बन चुका है। जहां एक ओर श्रद्धालुओं की आस्था इस पावन नगरी की ओर आकर्षित हो रही है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी ढांचे में इसका गहरा सकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा है।
विश्व पर्यटन दिवस पर अयोध्या न केवल भारत के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह वैश्विक पर्यटन में भारत की भूमिका को भी नई ऊंचाइयों तक ले जा रहा है।