विंबलडन: धीमी शुरुआत के बावजूद डि मिनॉर को हराकर क्वार्टर फाइनल में पहुंचे जोकोविच

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 08-07-2025
Wimbledon: Djokovic reaches quarter-finals after beating de Minaur despite slow start
Wimbledon: Djokovic reaches quarter-finals after beating de Minaur despite slow start

 

लंदन (UK)

सर्बियाई टेनिस दिग्गज नोवाक जोकोविच ने सोमवार को विंबलडन के प्री-क्वार्टर मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स डि मिनॉर को हराकर 16वीं बार टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। शुरुआती सेट में हार झेलने के बावजूद जोकोविच ने वापसी करते हुए 1-6, 6-4, 6-4, 6-4 से मुकाबला जीत लिया। यह रोमांचक मुकाबला तीन घंटे उन्नीस मिनट तक चला।

गौरतलब है कि पिछले साल डि मिनॉर को क्वार्टर फाइनल मुकाबले से पहले जोकोविच के खिलाफ नाम वापस लेना पड़ा था क्योंकि चौथे दौर में आर्थर फिस के खिलाफ खेलते हुए उन्हें हिप इंजरी हो गई थी।

इस बार डि मिनॉर ने चौथे दौर तक के सफर में केवल एक सेट गंवाया था और उन्होंने पहले सेट में जोकोविच पर पूरी तरह दबदबा बनाते हुए आसानी से जीत दर्ज की। लेकिन उसके बाद वो मिले ब्रेक प्वाइंट्स को भुना नहीं सके। वहीं जोकोविच ने सीमित गलतियों के साथ दूसरा और तीसरा सेट अपने नाम किया। चौथे सेट में भी जब वह 1-4 से पीछे चल रहे थे, तब उन्होंने शानदार वापसी करते हुए लगातार पांच गेम जीतकर मुकाबला समाप्त किया।

मैच के बाद ATP द्वारा उद्धृत बयान में जोकोविच ने कहा,"मैं अब भी इस मैच को प्रोसेस करने की कोशिश कर रहा हूं कि कोर्ट पर क्या हुआ। मेरे लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन डि मिनॉर ने शानदार खेल दिखाया। पहले सेट में उसने मेरी सर्विस तीन बार तोड़ी। कोर्ट पर हवा बहुत तेज़ थी और वह बैक कोर्ट से बेहतर खेल रहा था। मेरे पास ज्यादा विकल्प नहीं थे, लेकिन मैंने खुद को दोबारा केंद्रित किया। दूसरा सेट खत्म करना थोड़ा मुश्किल था, लेकिन शायद वहीं से मैच का रुख बदल गया।"

उन्होंने आगे कहा,"यह मैच बिल्ली और चूहे के खेल जैसा था – बहुत सारी स्लाइस शॉट्स, और वो इसमें माहिर है। वह टूर के सबसे तेज़ खिलाड़ियों में से एक है। खासकर घास पर, जहां गेंद बहुत नीची रहती है, ऐसे खिलाड़ी के खिलाफ खेलना बेहद चुनौतीपूर्ण होता है। अगर आप गेंद को सही तरीके से महसूस नहीं कर रहे हैं, तो वो आपकी सभी कमजोरियां उजागर कर देता है। मैं सही मौकों पर टिके रहने में सफल रहा, यही संतोष की बात है।"

यह जीत जोकोविच के करियर की विंबलडन में 101वीं जीत है। अब वह रिकॉर्ड 25वें ग्रैंड स्लैम खिताब से महज तीन जीत दूर हैं। अगर वह यह टूर्नामेंट जीतते हैं, तो 38 वर्षीय जोकोविच ग्रास कोर्ट पर आठ खिताब जीतने वाले रोजर फेडरर की बराबरी कर लेंगे।

मजाकिया लहज़े में उन्होंने कहा,"यह एक बेहद कठिन मुकाबला था, कई बार मुझे लगा काश मेरे पास किसी सज्जन खिलाड़ी की तरह एक शानदार सर्व-एंड-वॉली तकनीक होती, तो कुछ पलों में मदद मिल जाती।"

अब जोकोविच की निगाहें एक और रिकॉर्ड अपने नाम करने पर हैं और वह शानदार लय में दिखाई दे रहे हैं।