नोवी साद (सर्बिया),
भारतीय ग्रीको-रोमन पहलवान विश्वजीत मोरे ने बुधवार को सर्बिया के नोवी साद में आयोजित अंडर-23 कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में 55 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया। मोरे ने कजाकिस्तान के येरासिल ममायरबेकोव को कड़े मुकाबले में 5-4 से हराकर पदक हासिल किया।
इससे पहले, विश्वजीत ने जॉर्जिया के जियोर्जी कोचालिड्ज़े के खिलाफ रेपेचेज राउंड में तकनीकी श्रेष्ठता (9-1) के साथ जीत दर्ज की थी, जिससे उन्होंने पदक की दौड़ में अपनी जगह पक्की की।
भारतीय टीम की अन्य पहलवानों का प्रदर्शन इस बार मिश्रित रहा। हन्नी कुमारी (50 किग्रा) ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू ध्वज तले प्रतिस्पर्धा कर रही स्वियातलाना कटेंका के खिलाफ कड़ा मुकाबला दिया, लेकिन 4-6 से हार गईं। कटेंका ने मैच के अंत में पिन मूव करते हुए जीत हासिल की।
दीक्षा मलिक (72 किग्रा) क्वालीफिकेशन राउंड में चीन की युकी लियू से 3-9 से पराजित रहीं। युकी लियू की बाद में हार के कारण दीक्षा का टूर में आगे बढ़ना संभव नहीं हो पाया।
प्रिया मलिक (76 किग्रा) को भी अमेरिका की काइली रेनी वेल्कर से तकनीकी श्रेष्ठता (10-0) से शिकस्त मिली। हालांकि, काइली के सेमीफाइनल में पहुंचने पर प्रिया के लिए रेपेचेज का द्वार खुल सकता है।
मर्दों की तरफ से कुणाल (60 किग्रा) ने क्वार्टर फाइनल में इजराइल के मेलकामु फेटेने से 2-4 से हारकर प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। कुणाल ने शुरुआत सर्बिया के रोलैंड वर्गा पर 8-0 की तकनीकी श्रेष्ठता से शानदार जीत के साथ की थी।
वहीं, प्रिंस (82 किग्रा) अपना क्वालीफिकेशन मैच उज़्बेकिस्तान के समंदर बोबोनाजारोव से हार गए और टूर्नामेंट से बाहर हो गए।भारतीय पहलवानों के लिए यह टूर्नामेंट अनुभव के लिहाज से महत्वपूर्ण रहा और आने वाले समय में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद बनी हुई है।