नयी दिल्ली
नेपाल में जारी राजनीतिक उथल-पुथल और हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण इस वर्ष नवंबर में होने वाले पहले महिला दृष्टिबाधित टी20 विश्व कप के लिए काठमांडू अब तटस्थ स्थल नहीं रहेगा। पाकिस्तान के मैचों की मेजबानी के लिए भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (CABI) अब किसी वैकल्पिक स्थान पर विचार कर रहा है।
यह ऐतिहासिक टूर्नामेंट 11 से 25 नवंबर तक खेला जाएगा, जिसमें भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, नेपाल, श्रीलंका और अमेरिका की टीमें भाग लेंगी। टूर्नामेंट के अधिकतर मुकाबले दिल्ली और बेंगलुरु में होंगे। पाकिस्तान के मैच पहले काठमांडू में तय थे, लेकिन हालात बिगड़ने के चलते अब उन्हें किसी दूसरे देश में शिफ्ट किया जाएगा।
संघ ने अपने बयान में कहा, “मूल रूप से काठमांडू को तीसरे मेजबान शहर के तौर पर चुना गया था, लेकिन नेपाल की वर्तमान स्थिति को देखते हुए किसी दूसरे वैकल्पिक स्थल पर विचार किया जा रहा है।”
अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ा। भारत सरकार पहले ही पाकिस्तानी खिलाड़ियों को किसी द्विपक्षीय आयोजन में भारत आने की अनुमति नहीं देती है। हालांकि, बहुराष्ट्रीय आयोजनों में उन्हें प्रतिबंधित नहीं किया गया है, लेकिन पाकिस्तान राजनीतिक कारणों से अपने खिलाड़ियों को भारत भेजने से परहेज़ करता रहा है।
इस बीच नेपाल में हालात गंभीर बने हुए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर प्रतिबंध के बाद देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे। हालिया सरकार-विरोधी प्रदर्शनों में 30 लोगों की मौत और 1,000 से अधिक लोग घायल हुए, जिसके दबाव में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा। काठमांडू घाटी के तीन जिलों—काठमांडू, ललितपुर और भक्तापुर में सेना ने कर्फ्यू लागू कर दिया है।
भारत की 56 खिलाड़ियों की खोज प्रक्रिया के बाद टीम का चयन किया गया है। दीपिका टीसी को कप्तान और गंगा एस कदम को उपकप्तान बनाया गया है। दोनों को उनके शानदार प्रदर्शन के आधार पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने 2023 आईबीएसए विश्व खेलों में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता था, जहां क्रिकेट का पदार्पण हुआ था। उस फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था।