ढाका
हाल ही में समाप्त हुई वनडे सीरीज़ में अफ़ग़ानिस्तान ने बांग्लादेश को क्लीन स्वीप करते हुए 3-0 से हरा दिया। इस सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन करने वाले अफ़ग़ान बल्लेबाज़ इब्राहिम ज़दरान को "मैन ऑफ़ द सीरीज़" चुना गया। लेकिन बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद उन्हें आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन के कारण सज़ा भी भुगतनी पड़ी है।
बल्ले से गुस्सा, जेब पर जुर्माना
इब्राहिम ज़दरान ने आख़िरी दो वनडे मैचों में कुल 95 रन बनाए, हालांकि वह शतक से चूक गए। तीसरे वनडे में 95 रन पर आउट होने के बाद गुस्से में उन्होंने ड्रेसिंग रूम के पास अपने बल्ले से किसी चीज़ पर प्रहार कर दिया। यह घटना मैच के 37वें ओवर के दौरान हुई और कैमरों में कैद हो गई।
इस हरकत को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 का उल्लंघन माना गया, जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान क्रिकेट उपकरण, कपड़ों या स्टेडियम की संपत्ति को नुकसान पहुँचाने से संबंधित है।
यह रही सज़ा
इस आचार संहिता के उल्लंघन के चलते इब्राहिम ज़दरान पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और उनके नाम पर एक डिमेरिट अंक भी दर्ज किया गया है।
बिना सुनवाई मानी सज़ा
मैच के बाद, इब्राहिम ज़दरान ने मैच रेफरी ग्रीम लेबरॉय द्वारा प्रस्तावित सज़ा को स्वीकार कर लिया, जिससे इस मामले में औपचारिक सुनवाई की ज़रूरत नहीं पड़ी।
प्रदर्शन शानदार, लेकिन व्यवहार पर सवाल
जहाँ एक ओर ज़दरान का प्रदर्शन अफ़ग़ानिस्तान की जीत का बड़ा कारण रहा, वहीं मैदान पर उनका यह अनुशासनहीन व्यवहार सवालों के घेरे में आ गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों से संयम और खेल भावना की अपेक्षा की जाती है।
यह घटना बताती है कि खेल में गुस्से और निराशा पर नियंत्रण रखना भी एक खिलाड़ी की पेशेवर ज़िम्मेदारी है, वरना इसका असर उनकी छवि और भविष्य दोनों पर पड़ सकता है।