चेन्नई
जूनियर हॉकी विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम के खिलाफ रोमांचक शूटआउट जीत के बाद भी भारतीय टीम के मुख्य कोच पी.आर. श्रीजेश टीम के प्रदर्शन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं दिखे। उनका कहना है कि टीम को अंतिम मिनटों में लापरवाही करने की आदत से छुटकारा पाना होगा, क्योंकि यही छोटी गलतियाँ बड़े मैचों में भारी पड़ सकती हैं।
भारत ने 59वें मिनट तक 2–1 की बढ़त बनाई हुई थी, लेकिन आखिरी मिनट में गोल खाकर मैच को शूटआउट में धकेल दिया। हालांकि शूटआउट में भारत ने 4–3 से जीत दर्ज की, पर श्रीजेश इसे एक चेतावनी के तौर पर देख रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमें अवसरों को गोल में बदलना होगा। मौके गंवाने से मैच शूटआउट तक खिंच जाते हैं और वहां नतीजा किसी भी दिशा में जा सकता है। नॉकआउट मैचों में गलतियों की कोई गुंजाइश नहीं होती।”
सेमीफाइनल में भारत का सामना जर्मनी से होना है और कोच चाहते हैं कि टीम अधिक अनुशासित और संतुलित खेल दिखाए। उन्होंने कहा, “बड़ी टीमों के खिलाफ खेलते समय मानसिक दृढ़ता बेहद ज़रूरी है। इन खिलाड़ियों ने अभी अंतरराष्ट्रीय हॉकी की शुरुआत ही की है, इसलिए उन्हें दबाव को झेलना सीखना होगा।”
जब कोच से पूछा गया कि इस प्रदर्शन के बाद खिलाड़ियों को कितनी फटकार मिलेगी, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “आज तो छोड़ रहा हूँ, लेकिन कल जरूर डांट पड़ेगी।”