नई दिल्ली
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी इस समय जबरदस्त लय में हैं। टीम इंडिया में चयन न होने के बावजूद उन्होंने अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को करारा जवाब दिया है। ईडन गार्डन्स में खेले गए रणजी ट्रॉफी मैच में शमी ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए गुजरात के खिलाफ दो पारियों में कुल 8 विकेट झटके। इससे पहले, उन्होंने उत्तराखंड के खिलाफ पिछले मैच में 7 विकेट लेकर अपनी फिटनेस और फॉर्म दोनों साबित की थी।
शमी की घातक गेंदबाज़ी की बदौलत बंगाल ने गुजरात को मैच के अंतिम दिन महज़ दो सत्रों में ढेर कर दिया और मुकाबला 141 रनों से जीत लिया। लक्ष्मीरतन शुक्ला की कप्तानी में बंगाल ने घरेलू मैदान पर लगातार दूसरा मैच जीतते हुए शानदार शुरुआत की है और अब टीम के 12 अंक हो गए हैं।
गौरतलब है कि शमी को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। इस पर चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर ने कहा था कि उन्हें शमी की फिटनेस को लेकर कोई जानकारी नहीं है। लेकिन शमी ने मैदान पर उतरकर बिना कुछ कहे ही सब कुछ साबित कर दिया। उन्होंने रणजी सीज़न शुरू होते ही स्पष्ट किया कि बोर्ड ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया और सवाल उठाया — “अगर मैं रणजी खेल सकता हूँ, तो वनडे क्यों नहीं?”
बारिश से प्रभावित इस मुकाबले में बंगाल ने आखिरी दिन जीत के लिए बड़ा जोखिम उठाया। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक बंगाल का स्कोर 6 विकेट पर 170 रन था। चौथे दिन टीम ने तेज़ी से रन जोड़ते हुए 8 विकेट पर 214 रन पर पारी घोषित कर दी। अनुष्टुप मजूमदार ने 58 रन बनाए, जबकि आकाशदीप ने आखिरी ओवरों में 18 गेंदों पर 25 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली।
बंगाल ने गुजरात को 327 रनों का लक्ष्य दिया। यह जानते हुए कि एक दिन से भी कम समय में इतना बड़ा लक्ष्य हासिल करना मुश्किल होगा, बंगाल ने अपनी गेंदबाज़ी पर भरोसा जताया — और वही भरोसा उनकी जीत में बदल गया।
गुजरात की पूरी टीम दूसरी पारी में सिर्फ 45.5 ओवरों में सिमट गई। आठ बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके, जबकि छह बल्लेबाज़ बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। शमी की धारदार गेंदबाज़ी के आगे गुजरात के बल्लेबाज़ों के पास कोई जवाब नहीं था।
इस शानदार जीत से बंगाल को तीन की बजाय पूरे छह अंक मिले। वहीं, शमी का यह प्रदर्शन न सिर्फ टीम की जीत का कारण बना, बल्कि यह भी साबित कर गया कि भारतीय क्रिकेट में उनकी उपयोगिता अब भी उतनी ही अहम है जितनी पहले थी।