नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. 38 वर्षीय रोहित ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए इस फैसले की जानकारी दी. टेस्ट करियर में मिले प्यार और समर्थन के लिए प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया.
उन्होंने लिखा,"सभी को नमस्कार, मैं बस यह साझा करना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं. सफेद जर्सी में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. इतने सालों में मिले प्यार और समर्थन के लिए आपका शुक्रिया. मैं वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा..
67 टेस्ट, 4301 रन और कई सुनहरी यादें
रोहित शर्मा ने 2013 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था . तब से अब तक 67 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया.इस दौरान उन्होंने 4,301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 रन रहा, जो उन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था..
रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में 24 मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की, जिनमें से भारत ने 12 मैच जीते और 9 में हार का सामना किया. उनकी कप्तानी में भारत 2023 में ओवल में आयोजित वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल तक पहुंचा.
हालांकि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम के खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. भारत इस बार फाइनल में नहीं पहुंच सका.
वनडे में बने रहेंगे टीम का हिस्सा
हालांकि टेस्ट क्रिकेट से विदाई के साथ एक युग का अंत हो गया है, लेकिन रोहित ने स्पष्ट किया है कि वह वनडे क्रिकेट में भारत के लिए खेलना जारी रखेंगे. वे अभी भी भारत की सफेद गेंद टीम का एक अहम स्तंभ बने हुए हैं.
सफेद जर्सी में रोहित शर्मा की बल्लेबाज़ी का अंदाज़ हमेशा दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. उनकी क्लासिकल स्ट्रोक्स, धैर्यपूर्ण पारी और क्रीज़ पर नियंत्रण ने उन्हें इस प्रारूप में एक विशिष्ट स्थान दिलाया. उनकी विदाई भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए एक भावनात्मक मोड़ है.