मुंबई
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और विश्लेषक संजय मांजरेकर ने 2023 वनडे विश्व कप फाइनल में भारत द्वारा चुनी गई पिच को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे एक “बड़ी चूक (ब्लंडर)” बताते हुए कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की जोड़ी पर ऑफ-फील्ड फैसलों को “जरूरत से ज्यादा नियंत्रित करने” का आरोप लगाया।
19 नवंबर 2023 को अहमदाबाद में खेले गए फाइनल में भारत का शानदार अभियान खिताबी जीत के बिना ही समाप्त हो गया था। घरेलू परिस्थितियों में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय टीम मजबूत ऑस्ट्रेलिया के सामने केवल 240 रन ही बना सकी। हालांकि, मैच के दौरान एक समय ऑस्ट्रेलिया 47/3 के स्कोर पर संघर्ष कर रहा था, लेकिन ट्रेविस हेड की शतकीय पारी ने मैच का रुख पलट दिया और ऑस्ट्रेलिया ने अपना छठा वनडे विश्व कप खिताब जीत लिया।
जियोहॉटस्टार पर प्रसारित कार्यक्रम ‘राइज ऑफ चैंपियंस’ में बोलते हुए मांजरेकर ने कहा कि वह उस भारतीय टीम पर गर्व महसूस करते हैं, जो पूरे टूर्नामेंट में “दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम” की तरह नजर आई। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि फाइनल के लिए धीमी पिच चुनकर भारत ने खुद को नुकसान पहुंचाया।
मांजरेकर के अनुसार, इस पिच ने बल्लेबाजों को मिलने वाले स्वाभाविक उछाल और गति के फायदे को खत्म कर दिया, जिसका असर सूर्यकुमार यादव जैसे बल्लेबाजों पर पड़ा। उन्होंने कहा, “धीमी पिच पर सूर्यकुमार यादव वैसे बल्लेबाज नहीं रह जाते। अगर गेंद बल्ले पर अच्छे से आती, तो आखिरी 10 ओवरों में वह निर्णायक भूमिका निभा सकते थे।”
इस बीच, पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने रोहित शर्मा की कप्तानी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि रोहित ने आक्रामक शुरुआत देकर पूरी टीम के लिए उदाहरण पेश किया। रोहित शर्मा ने टूर्नामेंट में 11 पारियों में 597 रन बनाए, 54.27 की औसत और 125.94 की स्ट्राइक रेट के साथ। उन्होंने 31 छक्के लगाए और पावरप्ले में आक्रामक बल्लेबाजी का एक नया पैटर्न स्थापित किया।
पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने फाइनल में भारत की हार का कारण “उम्मीदों और दबाव” को बताया। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने कहा कि घरेलू मैदान पर विश्व कप हारना बहुत बड़ा झटका होता है और इससे उबरना आसान नहीं।
अब, भारत के पास आईसीसी टी20 विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 और महिला विश्व कप जैसे खिताब होने के बाद फोकस आगामी टी20 विश्व कप पर है, जिसकी शुरुआत 7 फरवरी से होगी। भारत अपने अभियान की शुरुआत अमेरिका के खिलाफ करेगा और ग्रुप ए में पाकिस्तान, नामीबिया, नीदरलैंड्स और अमेरिका के साथ खेलेगा। यह टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में होगा।






.png)