पद्मश्री ओलंपियन मोहम्मद शाहिद के घर का हिस्सा ढहाया गया, परिजनों में आक्रोश

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 30-09-2025
Part of Padma Shri Olympian Mohammad Shahid's house demolished, anger among family members
Part of Padma Shri Olympian Mohammad Shahid's house demolished, anger among family members

 

वाराणसी (उप्र), 30 सितंबर (भाषा)

भारतीय हॉकी टीम के महान खिलाड़ी और ओलंपियन पद्मश्री मोहम्मद शाहिद के वाराणसी स्थित घर का एक हिस्सा सड़क चौड़ीकरण अभियान के दौरान बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है। इस कार्रवाई से शाहिद के परिवार के कुछ सदस्यों ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की है, जबकि प्रशासन का कहना है कि उन्होंने केवल उन्हीं हिस्सों को हटाया है जिनके लिए पहले ही मुआवजा दिया जा चुका है।

प्रतिष्ठित हॉकी खिलाड़ी का यह घर संदाहा मार्ग पर स्थित है, जहाँ रविवार को सड़क चौड़ीकरण के उद्देश्य से ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया था।

परिजनों का दावा: भेदभाव और रहने की जगह नहीं

शाहिद की भाभी नाज़नीन ने दावा किया कि उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला है, इसके बावजूद मकान में उनके हिस्से को भी तोड़ दिया गया है, और अब उनके पास "सिर छुपाने के लिए कोई जगह नहीं बची है।" उन्होंने दर्द जाहिर करते हुए कहा, "हमारे परिवार के पास रहने के लिए और कोई जगह नहीं है।"

शाहिद के चचेरे भाई मुश्ताक ने परिवार की मुश्किलों को उजागर करते हुए बताया कि अक्टूबर में ही परिवार में एक शादी है और उसकी तैयारी चल रही थी। उन्होंने सवाल किया कि "अब मकान तोड़ दिया गया है तो कहाँ जाएं?" उन्होंने दावा किया कि प्रभावित परिवार के पास कहीं और "एक इंच भी जमीन नहीं है।" उन्होंने चेतावनी दी, "अगर यही हाल रहा, तो हमें सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।"

मुश्ताक ने प्रशासन पर भेदभाव का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि जहाँ अन्य जगहों पर सड़क चौड़ीकरण 21 मीटर तक सीमित था, वहीं उनके इलाके में सड़क को 25 मीटर चौड़ा किया जा रहा है।

प्रशासन की सफाई: मुआवजा दिया गया, कार्रवाई में कोई मनमानी नहीं

वाराणसी के अपर जिलाधिकारी (ADM) आलोक वर्मा ने आरोपों का खंडन करते हुए स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, "सड़क चौड़ीकरण परियोजना में केवल उन्हीं संपत्तियों को हटाने की कार्रवाई की जा रही है जिनके लिए मुआवजा पहले ही दिया जा चुका है।" उन्होंने यह स्वीकार किया कि "कभी-कभी बुलडोजर चलाने के दौरान थोड़ा-बहुत अतिरिक्त हिस्सा भी जद में आ सकता है लेकिन किसी भी ढांचे को मनमाने ढंग से नहीं तोड़ा जा रहा है।"

मोहम्मद शाहिद के घर के बारे में वर्मा ने जानकारी दी कि उस घर में नौ हिस्सेदार रहते थे, जिनमें से छह को मुआवजा मिल चुका था। उन्होंने बताया कि बाकी तीन लोगों ने अदालत से स्थगन आदेश ले लिया था, इसलिए उनके हिस्से को छोड़ दिया गया है। वर्मा ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के लिए अब तक 13 घर तोड़े जा चुके हैं

उन्होंने आगे बताया कि प्रशासन ने मुआवजा देने के लिए आधार और बैंक खाते की जानकारी मांगी थी, लेकिन परिवार ने दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए

राजनीतिक प्रतिक्रिया: 'खेल विरासत का अपमान'

उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने पद्मश्री ओलंपियन मोहम्मद शाहिद के मकान पर की गई इस कार्यवाही की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार ने पद्मश्री मोहम्मद शाहिद का घर गिरा दिया है। यह सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि देश की खेल विरासत का प्रतीक था। काशी की धरती पर प्रतिभाओं और प्रतिष्ठित हस्तियों का अपमान करने वाली भाजपा सरकार को जनता कभी माफ नहीं करेगी।"