नई दिल्ली
एशियाई ओलंपिक परिषद (OCA) ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के पूर्व महासचिव राजीव मेहता की अध्यक्षता वाले एशियाई खो-खो महासंघ (Asian Kho-Kho Federation) को औपचारिक मान्यता प्रदान कर दी है। यह भारतीय पारंपरिक खेल खो-खो के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसार और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
ओसीए की खेल समिति की बैठक 2 नवंबर को आयोजित की गई थी, जिसमें मेहता की अध्यक्षता वाले महासंघ को सर्वसम्मति से मान्यता दी गई। इस निर्णय से अब खो-खो को एशियाई खेलों और अन्य क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में अधिक अवसर मिलने की संभावना बढ़ गई है।
ओसीए खेल समिति के अध्यक्ष सोंग लुजेंग ने राजीव मेहता को लिखे पत्र में कहा,“ओसीए की खेल समिति ने एशियाई खो-खो महासंघ को मान्यता देने का निर्णय लिया है। अब इस अनुशंसा को औपचारिक स्वीकृति के लिए ओसीए कार्यकारी बोर्ड को भेजा जाएगा।”
राजीव मेहता, जो लंबे समय से भारत में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने में सक्रिय हैं, ने इसे भारतीय खेल जगत के लिए “ऐतिहासिक पल” बताया। उन्होंने कहा कि इस मान्यता से न केवल भारत में बल्कि पूरे एशिया में खो-खो की लोकप्रियता बढ़ेगी।
एशियाई खो-खो महासंघ में रानी तिवारी महासचिव के रूप में कार्यरत हैं। महासंघ का उद्देश्य इस खेल को एशियाई खेलों में शामिल कराने, नई सदस्य देशों को जोड़ने और खेल के मानकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने पर केंद्रित है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह मान्यता भारत के स्वदेशी खेलों के लिए बड़ी उपलब्धि है और इससे खो-खो को वैश्विक पहचान मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा।






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