बिहार चुनाव के पहले चरण में कई दिग्गजों का भविष्य दांव पर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 06-11-2025
37.5 million voters, 1,314 candidates: Bihar's first phase of elections is ready for battle.
37.5 million voters, 1,314 candidates: Bihar's first phase of elections is ready for battle.

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली/ पटना

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान में आज कई दिग्गजों के भाग फैसला वोटिंग मशीन में बंद होने वाला हैI यह दिन न सिर्फ राजनीतिक दिग्गजों के लिए निर्णायक है, बल्कि मनोरंजन की दुनिया के चेहरों और 'बाहुबलियों' के चुनावी भाग्य को भी वोटिंग मशीन में बंद कर देगा। इस पहले और महत्वपूर्ण चरण में, राज्य के 3.75करोड़ मतदाता कुल 1,314उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे, जिसके लिए पूरे राज्य में ज़ोरदार चुनावी माहौल बना हुआ है।

आज का यह मतदान न केवल उम्मीदवारों का भविष्य तय करेगा, बल्कि बिहार की राजनीतिक दिशा को भी स्पष्ट करेगा। सबकी निगाहें इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के प्रमुख चेहरे तेजस्वी यादव और भाजपा के उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जैसे शीर्ष नेताओं पर टिकी हैं।

f

सत्ता और विपक्ष के महारथियों की अग्निपरीक्षा

इस चरण का सबसे हाई-प्रोफाइल मुकाबला राघोपुर सीट पर होने जा रहा है, जहाँ राजद के तेजस्वी यादव लगातार तीसरी जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में हैं। उनका मुकाबला भाजपा के सतीश कुमार से है, जिन्होंने 2010 में जद (यू) के टिकट पर लड़ते हुए तेजस्वी की माँ राबड़ी देवी को पराजित किया था।

हालाँकि, इस सीट पर जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर की चुनौती को लेकर काफी उत्सुकता थी, पर उनके मैदान से हटने के बाद उनकी पार्टी ने चंंचल सिंह को टिकट दिया है। वहीं, निकटवर्ती महुआ सीट पर लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल के साथ) बहुकोणीय संघर्ष में उलझे हैं।

पहले बिहार में होते थे प्रधानमंत्री.....एक दिलचस्प रिपोर्ट........

उनका लक्ष्य मौजूदा राजद विधायक मुकेश रौशन को हटाना है। इस मुकाबले को लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के संजय सिंह और 2020की उपविजेता निर्दलीय अश्मा परवीन की उपस्थिति ने और अधिक जटिल बना दिया है।

पहले चरण के मतदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के कई मंत्रियों का राजनीतिक भविष्य भी दाँव पर है, जिनमें उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा शामिल हैं। लखीसराय सीट पर भाजपा के विजय कुमार सिन्हा लगातार चौथी बार जीत दर्ज करने की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि विधान परिषद सदस्य रहे उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी लगभग एक दशक बाद तारापुर सीट से प्रत्यक्ष चुनाव में उतरे हैं।

उनकी जीत भाजपा में उनकी तेज़ी से बढ़ती राजनीतिक साख को और अधिक मज़बूती देगी। चौधरी को राजद के अरुण कुमार साह से कड़ी चुनौती मिल रही है। इसके अतिरिक्त, मंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे सीवान से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जहाँ उनका मुकाबला पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजद के अवध बिहारी चौधरी से है।

d

बाहुबलियों और सेलेब्रिटीज की उपस्थिति

इस चरण में कुछ सीटें विवादित पृष्ठभूमि वाले नेताओं और सेलेब्रिटी उम्मीदवारों की वजह से सुर्खियों में हैं। रघुनाथपुर सीट पर ओसामा शहाब (दिवंगत गैंगस्टर से नेता बने मो. शहाबुद्दीन के बेटे) की उम्मीदवारी ने काफी ध्यान खींचा है।

एनडीए ने उनकी उम्मीदवारी को 'जंगल राज की वापसी' से जोड़कर बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाया है। वहीं, मोकामा की सीट का मुकाबला सबसे दिलचस्प है, जहाँ जद (यू) के अनंत सिंह (जो एक हत्या के मामले में जेल में हैं) का सीधा मुकाबला राजद की वीणा देवी से है, जिनकी शादी गैंगस्टर सूरज भान से हुई है। मोकामा में अनंत सिंह के चुनावी भविष्य को लेकर सभी की निगाहें टिकी हैं।

मनोरंजन जगत से राजनीति में आए चेहरों में युवा लोक गायिका मैथिली ठाकुर (भाजपा - अलीगंज), भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (राजद - छपरा) और रितेश पांडे (जन सुराज पार्टी - करगहर) शामिल हैं, जिनके चुनावी प्रदर्शन पर सबकी नज़र रहेगी। इस चरण में लगभग एक दर्जन मंत्री, जिनमें से अधिकांश भाजपा के हैं, भी मैदान में हैं।

f

वोटर और मतदान केंद्रों के प्रमुख आँकड़े

चुनाव आयोग के आँकड़ों के अनुसार, पहले चरण में 121सीटों पर मतदान होना है। सबसे अधिक मतदाता राजधानी के पश्चिमी हिस्से की दीघा सीट पर (लगभग 4.58लाख) हैं, जबकि शेखपुरा जिले के बरबीघा में सबसे कम (2.32लाख) मतदाता हैं। उम्मीदवारों की संख्या के मामले में, कुढ़नी और मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 20-20उम्मीदवार मैदान में हैं।

इस चरण के लिए कुल 45,341 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएँगे, जिनमें से एक बड़ा बहुमत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित है। 121 निर्वाचन क्षेत्रों के 3.75 करोड़ मतदाताओं में से, 10.72 लाख "नए मतदाता" हैं, जो बिहार की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में युवाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाते हैं।

चुनाव आयोग ने हाल ही में मतदाता सूची का विशेष गहन संशोधन (SIR) किया है, जिसके बाद राज्य में कुल 7.24 करोड़ मतदाता हैं। आज का मतदान इन सभी आँकड़ों को चुनावी नतीजों में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।

देखिए, बिहार के पहले मुस्लिम मुख्यमंत्री पर दिलचस्प रिपोर्ट.........