विशाखापत्तनम
श्रीलंका के खिलाफ दूसरे महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय में आक्रामक अंदाज़ में नाबाद 69 रन बनाकर भारत को आसान जीत दिलाने वाली युवा सलामी बल्लेबाज़ शेफाली वर्मा ने कहा कि खेल के दौरान मिलने वाली सीख को आत्मसात करना उनके निरंतर सुधार का सबसे अहम तरीका रहा है।
भारत ने 129 रन के लक्ष्य को सिर्फ 11.5 ओवर में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया और पांच मैचों की सीरीज़ में 2-0 की बढ़त बना ली। इस जीत में शेफाली की 34 गेंदों की विस्फोटक पारी निर्णायक साबित हुई, जिसके लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
पुरस्कार समारोह में शेफाली ने कहा,“आज मैंने सीखा कि बिना हवा में शॉट खेले भी तेजी से रन बनाए जा सकते हैं। क्रिकेट हर मैच में कुछ न कुछ सिखाता है। इन सीखों को स्वीकार करना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि मुझे लगता है कि यही खुद को बेहतर करने का एकमात्र रास्ता है।”
उन्होंने बताया कि पिच की परिस्थितियों को समझकर उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी में बदलाव किया।“शुरुआत में गेंद थोड़ी रुककर आ रही थी, इसलिए मैंने ज़मीन पर शॉट खेलने पर ध्यान दिया। कोच अमोल सर ने मुझसे क्रीज़ पर समय बिताने को कहा था और बल्लेबाज़ी के दौरान उनकी बातें मेरे ज़हन में थीं,” शेफाली ने कहा।
गौरतलब है कि शेफाली ने वनडे विश्व कप के दौरान टीम में वापसी करते हुए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में मैच जिताऊ पारी खेली थी। उसी लय को उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज़ में भी बरकरार रखा है।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जीत का श्रेय गेंदबाज़ों को दिया।उन्होंने कहा, “मैं गेंदबाज़ों के प्रदर्शन से बेहद खुश हूं। उन्होंने ज़िम्मेदारी ली और टीम को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया।”
हरमनप्रीत ने स्नेह राणा, दीप्ति शर्मा और युवा स्पिनर वैष्णवी शर्मा की भी सराहना की।उन्होंने कहा, “शेफाली और बाकी बल्लेबाज़ों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। हम बल्लेबाज़ी में मानक तय करने पर लगातार बात कर रहे हैं और पूरी टीम सकारात्मक मानसिकता के साथ आगे बढ़ रही है।”इस जीत ने न सिर्फ भारत को सीरीज़ में बढ़त दिलाई, बल्कि टीम के आत्मविश्वास को भी नई ऊंचाई दी है।






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