नई दिल्ली
उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को नोटिस जारी कर उत्तराखंड राज्य क्रिकेट संघ (UCA) में वित्तीय गड़बड़ियों की जांच करने का निर्देश दिया है। मामला तब गंभीर हुआ जब वित्तीय दस्तावेज़ों में सिर्फ़ केले खरीदने पर ही 35 लाख रुपये खर्च दिखाए गए।
देहरादून निवासी संजय रावत समेत कई लोगों की याचिका पर सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी को जानकारी दी गई कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में संघ ने अत्यधिक और संदिग्ध खर्च दर्ज किए हैं। इसमें इवेंट मैनेजमेंट पर 6.4 करोड़ रुपये और प्रतियोगिताओं के आयोजन पर 26.3 करोड़ रुपये का खर्च शामिल है, जो पिछली बार से 4 करोड़ रुपये अधिक है।
याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि भारी-भरकम खर्च दिखाए जाने के बावजूद खिलाड़ियों को इसका कोई लाभ नहीं मिला। क्रिकेट विकास के नाम पर आवंटित बजट को पदाधिकारियों ने कथित तौर पर निजी खर्चों और फिजूलखर्ची में झोंक दिया।
इसी तरह, उत्तराखंड प्रीमियर लीग के आयोजन में भी भ्रष्टाचार की आशंका जताई गई है। संघ के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र भंडारी ने कोर्ट में दावा किया कि आयोजन का टेंडर सिर्फ़ एक ही कंपनी को दिया गया, जबकि अन्य कंपनियों पर विचार ही नहीं किया गया।
हाईकोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार को तय की है। इस बीच, क्रिकेट संघ और बीसीसीआई दोनों पर भ्रष्टाचार की जांच का दबाव बढ़ गया है।