लिवरपूल
भारतीय महिला मुक्केबाज जैसमीन लंबोरिया ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने पेरिस ओलंपिक रजत पदक विजेता पोलैंड की जूलिया जेरेमेटा को हराकर फीदरवेट (57 किग्रा) वर्ग में विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम किया।
शनिवार देर रात खेले गए फाइनल मुकाबले में जैसमीन ने 4-1 (30-27, 29-28, 30-27, 28-29, 29-28) के विभाजित निर्णय से जीत दर्ज की। पूरे टूर्नामेंट के दौरान जैसमीन ने दमदार प्रदर्शन करते हुए खुद को एक शीर्ष मुक्केबाज के रूप में साबित किया।
इसके साथ ही जैसमीन विश्व चैम्पियन बनने वाली भारत की नौवीं महिला मुक्केबाज बन गई हैं।
वहीं, भारत की नुपूर शेरोन को 80 प्लस किग्रा वर्ग में रजत पदक, और पूजा रानी को 80 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। ये दोनों भारवर्ग गैर-ओलंपिक कैटेगरी में आते हैं।
भारत की ओर से अब तक जिन महिलाओं ने विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप का खिताब जीता है, उनमें शामिल हैं:
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एम.सी. मैरीकॉम (6 बार: 2002, 2005, 2006, 2008, 2010, 2018)
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निकहत ज़रीन (2 बार: 2022, 2023)
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सरिता देवी (2006)
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जेनी आर.एल. (2006)
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लेखा के.सी. (2006)
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नीतू घंघास (2023)
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लवलीना बोरगोहेन (2023)
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स्वीटी बूरा (2023)
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और अब जैसमीन लंबोरिया (2025)
जैसमीन की यह जीत भारतीय महिला मुक्केबाज़ी के लिए एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है।