आवाज द वाॅयस / पेरिस
पेरिस पैरालिंपिक में भारत ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए एक ही दिन में पांच पदक जीतकर टोक्यो में हासिल किए गए 19 पदकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. भारत के पैरा-एथलीटों ने अब तक पेरिस में 20 पदक जीत लिए हैं, जिसमें तीन स्वर्ण, सात रजत और 10 कांस्य पदक शामिल हैं.
महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में अवनि लेखरा ने 249.7 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीतकर भारत का खाता खोला. मोना अग्रवाल ने इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. मनीष नरवाल ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 में रजत पदक जीता, जबकि रुबीना फ्रांसिस ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल SH-1 में कांस्य पदक हासिल किया.
एथलीट प्रीति पाल ने 100 मीटर टी-35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता और इसके बाद 200 मीटर टी-35 दौड़ में भी कांस्य पदक अपने नाम किया. ऊंची कूद टी-47 स्पर्धा में निषाद कुमार ने रजत पदक जीता और योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो एफ56 में रजत पदक हासिल किया.
भारतीय तीरंदाजी जोड़ी राकेश कुमार और शीतल देवी ने मिश्रित टीम कंपाउंड स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. सुमित अंतिल ने पुरुषों की भाला फेंक F64 स्पर्धा में अपना स्वर्ण पदक बरकरार रखा और दो बार अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा.
पैरा-बैडमिंटन में, नित्या श्री सिवन ने महिलाओं की SH6 श्रेणी में कांस्य पदक जीता, जबकि नितेश ने पुरुष एकल SL3 में स्वर्ण पदक जीता. थुलसिमति मुरुगेसन ने महिला एकल SU5 में रजत पदक हासिल किया और मनीषा ने इसी श्रेणी में कांस्य पदक जीता.
दीप्ति जीवनजी ने महिलाओं की 400 मीटर टी20 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। ऊंची कूद टी6 में शरद कुमार ने रजत और मरियप्पन थंगावेलु ने कांस्य पदक हासिल किया.अजीत सिंह और सुंदर सिंह गुर्जर ने पुरुषों की भाला फेंक एफ46 स्पर्धा में क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते, जिससे भारत के लिए डबल पोडियम फिनिश हुआ.