नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के चलते भले ही द्विपक्षीय क्रिकेट श्रृंखला लंबे समय से ठप पड़ी है, लेकिन अगले महीने दोनों टीमें एक बार फिर मैदान पर आमने-सामने होंगी। इस बार यह भिड़ंत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) या एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के टूर्नामेंट में नहीं, बल्कि मशहूर हांगकांग सिक्सेस टूर्नामेंट में होने जा रही है।
यह टूर्नामेंट 7 नवंबर 2025 से हांगकांग के टिन क्वांग रोड रिक्रिएशन ग्राउंड में खेला जाएगा। भारत और पाकिस्तान की टीमें उसी दिन एक-दूसरे से भिड़ेंगी। दोनों देशों के बीच क्रिकेट का हर मुकाबला हमेशा रोमांच और भावनाओं से भरा होता है, और इस बार भी प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
हांगकांग सिक्सेस एक अनोखा और मनोरंजक टूर्नामेंट है, जिसमें छह खिलाड़ी प्रति टीम खेलते हैं और हर पारी पाँच ओवरों की होती है। इस बार कुल 12 टीमें टूर्नामेंट में भाग ले रही हैं, जिन्हें चार समूहों में बाँटा गया है।
पूल-ए: अफगानिस्तान, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका
पूल-बी: ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, संयुक्त अरब अमीरात
पूल-सी: भारत, पाकिस्तान, कुवैत
पूल-डी: बांग्लादेश, हांगकांग, श्रीलंका
पाकिस्तान की टीम की कप्तानी अब्बास अफरीदी कर रहे हैं, जबकि भारतीय टीम का नेतृत्व अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक के हाथों में है।
दिनेश कार्तिक ने टूर्नामेंट से पहले कहा, “भारतीय टीम का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। हांगकांग सिक्सेस का इतिहास शानदार रहा है और मैं चाहता हूँ कि हमारी टीम ऐसा क्रिकेट खेले जो हर दर्शक को रोमांचित करे — साहसिक और मनोरंजक।”
पिछले कुछ समय में भारत-पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और कूटनीतिक मतभेदों का असर क्रिकेट पर भी पड़ा है। दोनों देशों के बीच आखिरी बड़ी भिड़ंत एशिया कप में हुई थी, जहाँ मैदान पर खिलाड़ियों के बीच तनातनी और सोशल मीडिया पर चर्चाओं ने काफी सुर्खियाँ बटोरी थीं।
अब जब यह दोनों टीमें फिर एक छोटे फॉर्मेट के टूर्नामेंट में आमने-सामने होंगी, तो यह केवल एक क्रिकेट मैच नहीं बल्कि दो देशों के बीच भावनाओं, जुनून और प्रतिष्ठा की जंग होगी। हांगकांग का यह मुकाबला निश्चित रूप से दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों की निगाहों का केंद्र बनेगा।